जिप के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का शुरू हुआ तीन दिवसीय गैर-आवासीय जिला स्तरीय प्रारम्भिक प्रशिक्षण कार्यक्रम
डी.एम,जिप अध्यक्ष व डीडीसी ने दीप प्रज्जवलित कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ
दरभंगा जिला में जिला स्तर पर आज जिला परिषद् अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं जिला परिषद् सदस्य का 03 दिवसीय (11 जुलाई से 13 जुलाई 2022 तक) गैर-आवासीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला परिषद सभागार में किया गया।
सर्वप्रथम जिला स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिलाधिकारी राजीव रौशन, उप विकास आयुक्त-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अम्रिषा बैंस एवं जिला परिषद अध्यक्ष रेणु देवी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंचायती राज व्यवस्था का उद्भव एवं विकास, 73वें संशोधन में किया गया प्रावधान, पंचायत राज अधिनियम-2006 का संक्षिप्त परिचय, जिला परिषद-धारा 62 से 69, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं जिला परिषद् की शक्तियाँ, कार्य एवं दायित्व के संबंध में विस्तार से बताया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे संविधान में ग्राम स्वराज की परिकल्पना को विशेष महत्व दिया गया है। 73वें संशोधन के द्वारा लागू की गयी है व्यवस्था का मूल उद्देश्य यह है कि विकास की किरण अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुँचे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का स्वप्न था, कि हम वास्तव में लोगतंत्र को मजबूत करना चाहते हैं, तो हम ग्राम स्वराज के संकल्प से ही इसे आगे बढ़ा सकते हैं और आज बिहार इस कड़ी में सबसे आगे है।
उन्होंने कहा कि बिहार वह पहला राज्य है, जहाँ पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत् आरक्षण दिया गया। यह और प्रशंसा की बात है कि जिला परिषद्, दरभंगा में महिला सदस्यों की संख्या – कुल 47 में से 26 है।
उन्होंने कहा कि बिहार ने यह आदर्श स्थापित किया है कि किसी भी समाज को आगे ले जाने में महिलाओं की बड़ी भूमिका होती है।
पंचायती राज व्यवस्था को आगे ले जाने में हमारी 50 प्रतिशत् महिला सदस्यों की बहुत बड़ी भूमिका है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में जब जनता आपलोगों को अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनकर भेजती है, तो उनका कुछ उद्देश्य होता है, वह आप में अपने क्षेत्र का विकास देखती है, वह देखती है कि हमारी किस प्रकार की समस्या है और उसका समाधान आपके द्वारा किस प्रकार किया जाएगा। आप तभी उनके स्वप्न को सकार कर सकते हैं, उनके विश्वास पर खड़ा उतर सकते हैं, जब आप पूरी प्रक्रिया को समझेंगे, अपने अधिकार एवं कर्तव्य को समझेंगे और उसको सही दिशा में आगे ले जाकर विकास के लिए समर्पित होंगे।
उप विकास आयुक्त ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आपके क्षमतावर्धन के लिए चलाया जा रहा है। प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी से विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित करवाने में आपकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी क्योंकि ग्रामीण विकास विभाग की योजनाएँ भी जिला परिषद् से सम्बद्ध है।
उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र से आप चुनकर आये हैं, उस क्षेत्र का विकास हो, इसके लिए सभी प्रकार की जानकारी आवश्यक है, इसलिए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का भरपूर लाभ उठावें।
अध्यक्ष रेणु देवी ने कहा कि यह खुशी कि बात है कि सरकार द्वारा हमारी क्षमतावर्धन के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सभी सदस्य प्रिशक्षण कार्यक्रम का लाभ उठावें जिससे ग्रामीण क्षेत्र में चल रही योजनाओं को क्रियान्वित करने में भी सहुलियत मिल सके।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी आलोक राज द्वारा बताया गया कि पंचायत राज विभाग, बिहार द्वारा पंचायत आम निर्वाचन, 2021 के उपरान्त त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के लिए प्रारम्भिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 27 जून से 10 अगस्त 2022 के मध्य जिला एवं तदोपरान्त प्रखण्ड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।
उन्होंने बताया कि 14 जुलाई से 16 जुलाई तक जिला स्तर पर जिला परिषद सभागार में प्रमुख एवं उप प्रमुख का तथा
16 जुलाई के पश्चात प्रखण्ड स्तर पर पंचायत समिति सदस्य, मुखिया व उप मुखिया के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 16 जून 2022 को मुख्यमंत्री, बिहार नीतीश कुमार द्वारा वेब कास्टिंग के माध्यम से निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के लिए प्रारम्भिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जा चुका है।
इस अवसर पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी आलोक राज एवं सभी जिला परिषद् सदस्यगण, जिला पंचायत संसाधन केंद्र के नोडल विरेंद्र कुमार झा व अन्य कर्मी उपस्थित थे।