पहले कोख में, अब भाजपा सरकार में बेटियों का सरेआम हो रहा बलात्कार, जिंदा जलाकर मारने का नंगा खेलः नजरे
आलम
यू0पी0 पुलिस उन्नाव निर्भया के आरोपियों को अविलंब न्यायालय से फाँसी की सजा दिलाए? बेदारी कारवाँ
दरभंगा- इधर कुछ वर्षों से पूरा देश बलात्कार जैसी घटनाएं और बेटियों को जिंदा जलाकर मार दिए जाने से भयभित बना हुआ है। पूरे देश की बेटियाँ खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। अभी हाल ही में हैदराबाद की एक बेटी जो पेशे से डाॅक्टर थी उसे हैवानों ने अपनी हवस का शिकार बनाया और जिंदा जलाकर मार दिया। पिड़िता का पूरा परिवार बेटी के सदमें में तड़प ही रहा था कि देखते ही देखते पूरा देश पिड़िता के न्याय के लिए एक साथ खड़ा हो गया और पूरे देश में निर्भया के आरोपियों को फाँसी देने की मांग की जाने लगी साथ ही सख्त कानून बनाने के लिए वत्र्तमान सरकार पर दबाव बनाने हेतु पूरे देश में विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया। अभी हैदराबाद रेप मामला न्यायालय तक पहुँचा ही था कि निर्भया के चारों आरोपियों को हैदराबाद पुलिस ने इन्काउटर में मार गिराया। अचानक से इन्काउन्टर पर कई गंभीर प्रश्न उठने लगे हैं, जैसे ‘‘किया न्यायालय की जगह अब पुलिस वाले ही फैसला आॅन द स्पाॅट करेंगे?, अगर पुलिस वाले ही फैसला आॅन द स्पाॅट करेंगे तो फिर न्यायालय की किया आवश्यकता है।’’ बहुत सारे लोग भारतीय न्यायालय में देर से फैसला आने को लेकर पुलिसिया कार्रवाई को ही सही ठहरा रहे हैं। लेकिन हमें यह समझना होगा कि आखिर न्यायालय में मामला क्यूँ फँसता है अगर यही पुलिस वाले ईमानदारी से केस की जाँच कर सही समय पर जाँच रिपोर्ट सौंप दें तो किसी भी मुकदमें में न्यायालय देर नहीं कर सकती। लेकिन पुलिस वाले ने जितनी बेबाकी हैदराबाद में इन्काउन्टर करने में दिखाई है काश उतनी ही ईमानदारी और बेबाकी केस के जाँच में दिखाते तो आज पूरा भारत अपराध, बलात्कार, हत्या, डकैती आदि जघन्य अपराधिक घटनाओं से दुनिया भर में शर्मसार नहीं होता। उक्त बातें आॅल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नजरे आलम ने मिडिया से बातें करते हुए कही। श्री आलम ने आगे कहा कि अभी हैदराबाद मामले से पूरा देश उबरा भी नहीं था कि दूसरा मामला उन्नाव का सामने आ गया। उन्नाव की रेप पिड़िता जब तारीख पर न्यायालय जा रही थी उसी क्रम में आरोपियों ने जिसे न्यायालय ने बेल दे दिया था पेट्रौल छिड़क कर जला दिया। पिड़िता इतना जल गई कि उसका इलाज के दौरान दिल्ली के एक हस्पताल में आज मौत हो गई। श्री आलम ने कहा कि बलात्कारियों से निपटने का हल इन्काउन्टर नहीं है। सरकार अविलंब इस पर सख्त कानून बनाए जिसमें ऐसी सजा का प्रावधान हो कि कोई भी व्यक्ति ऐसा जघन्य अपराध करने से पहले दो सौ बार सोचे। श्री आलम ने सुशासन बाबु के राज्य बिहार पर भी जमकर भरास निकालते हुए कहा कि जो सुशासन का दावा नीतीश बाबु करते हैं वह कहीं भी बिहार में देखने को नहीं मिल रहा है। आए दिन हत्याएं हो रही हैं सैकड़ों लड़कियां बलात्कार का शिकार हो रही हैं और खुद नीतीश कुमार मौन धारण किए हुए हैं और फर्जी जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर निकले हुए हैं। जनता को मुर्ख बना रहे हैं। बिहार की धरती इन दिनों खून से लतपत बनी हुई है। आए दिन बेटियों का बलात्कार हो रहा है, बक्सर, समस्तीपुर एवं दरभंगा की घटना ने पूरे बिहार में बेचैनी का माहौल पैदा कर दिया है। बिहार की महिलाएं, बेटियां खुदको असुरक्षित महसूस कर रही हैं। नीतीश जी बताएं जब पूरा बिहार खून से लतपत बना हुआ है तो आप कौन से हरियाली यात्रा पर निकले हुए हैं। श्री आलम ने नीतीश कुमार से अपील करते हुए कहा कि नीतीश जी बिहार की जनता ने आपको सुशासन और न्याय के साथ कानून का राज कायम करने एवं विकसित बिहार बनाने के लिए सत्ता सौंपा था ना कि अपराध, बलात्कार वाला राज्य बनाने को। बिहार को बचा लिजिए और अगर आप से नहीं बच पायगा तो अविलंब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिजिए। श्री आलम ने अंत में कहा कि पूरे देश में इस समय पुलिस सिस्टम चैपट बना हुआ है। किया उन्नाव, बक्सर, समस्तीपुर एवं दरभंगा के बलात्कारियों को भी इन राज्यों की पुलिस न्यायालय से उपर फैसला लेकर इन्काउन्टर में मार गिरायगी? या फिर न्यायालय पर भरोसा करते हुए इन सभी आरोपियों को फाँसी के फंदे तक पहुँचायगी।