मैट्रिक परीक्षा:बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए बच्चे ने मैट्रिक परीक्षा पास की
सीतामढ़ी जिला के रीगा प्रखंड स्थित बाजार से वर्ष 2022 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी की संगठन बचपन बचाओ आंदोलन की पहल पर श्रम विभाग , सीतामढ़ी द्वारा बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए रीगा प्रखंड के नरहा धाव टोल गाँव निवासी एक बच्चे ने इस बार मैट्रिक परीक्षा पास होकर परिवार व समाज का नाम रोशन किया है। बच्चे के मैट्रिक परीक्षा पास होने पर श्रम अधीक्षक सुबोध कुमार और बचपन बचाओ आंदोलन के केंद्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने बच्चे को शुभकामना देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की, वही निदेशक मनीष शर्मा ने बच्चे के आगे पढ़ाई को लेकर बचपन बचाओ आंदोलन की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया । बच्चे ने बताया की अब वह आगे बेहतर पढ़ाई कर पुलिस बनना चाहता है और समाज की सेवा करना चाहता है। बताया जाता है कि महज 14 वर्ष के उम्र में उसे नियोजक द्वारा काम करवाया जा रहा था। लेकिन बचपन बचाओ आंदोलन की पहल पर श्रम विभाग के द्वारा बच्चे को मुक्त करवाया गया।जिसके उपरांत श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी एवं बचपन बचाओ आंदोलन के सीतामढ़ी टीम द्वारा परिजनों को उसे पढ़वाने के लिए प्रेरित किया गया।