एमएसयू के आंदोलन का दिखा असर नगर आयुक्त के द्वारा मांग पूरा करने का मिला आश्वासन—
मंगलवार एमएसयू के सदस्य दरभंगा नगर आयुक्त से वार्ता के लिए पहुंचे निगम
4 सूत्रीय मांग को लेकर 12 अप्रैल से एमएसयू के द्वारा किये गए आमरण भूख हड़ताल गुरुवार को उप-महापौर नाजिया हसन के सकारात्मक पहल के बाद समाप्त कर दिया गया था जिसके बाद आंदोलनकारियों को नगर आयुक्त से वार्ता के लिये निगम बुलाया गया था मंगलवार को एमएसयू के छात्र नेता अमन सक्सेना उदय नारायण झा औऱ गोलू शर्मा वार्ता के लिए दरभंगा नगर निगम पहुंचे इस बाबत एमएसयू छात्र नेता अमन सक्सेना ने जानकारी देते हुए कहा की मंगलवार को दरभंगा नगर आयुक्त से मिलकर सभी मांगो पर वार्ता किया गया जिसमे वार्ड 17 गांधीनगर कटरहिया में 300 फिट पाईप लाइन जोड़ कर लोगो तक पानी पहुंचाने के लिए निगम से आज से ही प्रक्रिया शुरू कर देने की बात नगर आयुक्त ने कहा हैं दोनार से टीनहीं पुल तक नाला निर्माण कर रहे बुडको कंपनी पर अब सिकंजा कसते हुए मई-जून तक नाला बनाने के समय अवधि को नहीं बढ़ाने की बात कही गयी हैं कटरहिया पोखर के सफाई के लिए निगम के द्वारा जेसीबी नाव सफाई कर्मी को लगाकर संपूर्ण पोखर का सफाई किया जाएगा इसके अलावा गाँधीनगर कटरहिया मोर के पास बने नाला पऱ स्लॉपिंग जल्द बनाने का आश्वासन दिया गया साथ ही गाँधीनगर बढ़ई टोल स्थित टूटे स्लैब पर पुलिया निर्माण पर भी काम जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया गया हैं जिसके लिये निगम को लिखित में मांग पत्र सौंम्पा गया हैं नगर आयुक्त के साथ वार्ता सकारात्मक रहा यह बात एमएसयू के सदस्यो ने कहा हैं कहा उप-महापौर का हस्तछेप इस आंदोलन को मजबूत करने का काम किया हैं में संगठन औऱ मोहल्लावासी के तरह से उप-महापौर नाजिया हसन औऱ दरभंगा नगर आयुक्त का धन्यवाद प्रेसित करता हूं जिन्होंने हमारे मांगो पर सकारात्मक पहल करने का काम किया बताते चले की 4 सूत्रीय मांग समेत अन्य मांग को लेकर एमएसयू के अमन सक्सेना औऱ अर्जुन कुमार दास भूख हड़ताल पर बैठे थे आंदोलन के 24 घंटा के बाद दरभंगा उप-महापौर ने आंदोलनकारियों को मांग पूरा करने का आश्वासन देकर खुद से अनसन समाप्त करवाने का काम किया था एमएसयू के सदस्यो औऱ मोहल्लावासियो ने कहा अगर मांग पूरा नहीं होता हैं मांगो को अनसुना किया जाता हैं तो हमारा यह आंदोलन जारी रहेगा इस आंदोलन को हमलोग दरभंगा नगर निगम तक ले जाने का काम करेंगे क्युकी पानी की समस्या काफी गंभीर हो चूका हैं लोगो का गुस्सा कभी भी बड़े आंदोलन का स्वरूप ले सकता हैं हमें उम्मीद हैं की इस मामले को लेकर हमें फीऱ से आंदोलन नहीं करना पड़ेगा निगम प्रशासन मांगो पर सही पहल करेगा अन्यथा आक्रोशपूर्ण आंदोलन हमारे पास अंतिम विकल्प हैं जिसकी जवाबदेही निगम प्रशासन की होगी।