दरभंगा में हुई “सात निश्चय योजना-2” के अन्तर्गत कुशल युवा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु समीक्षा बैठक
राज्य के इच्छुक युवाओं को मिले कुशल युवा कार्यक्रम का लाभ-डॉ.बी.राजेंदर
केवाईपी केंद्र बायोमेट्रिक उपस्थिति लगाना अनिवार्य-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी,बिहार कौशल विकास मिशन
दरभंगा जिला के प्रेक्षागृह में बिहार कौशल विकास मिशन,पटना श्रम संसाधन विभाग, बिहार डॉ. बी.राजेंदर, प्रधान सचिव-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी,बिहार कौशल विकास मिशन की अध्यक्षता में राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना “सात निश्चय योजना-2” के अन्तर्गत कुशल युवा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु प्रमंडलीय स्तर की पहली बैठक दरभंगा में किया गया।
उक्त अवसर पर प्रमंडलीय आयुक्त दरभंगा प्रमंडल दरभंगा श्री मनीष कुमार,अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बीएसडीएम श्री राजीव रंजन,जिला पदाधिकारी दरभंगा,श्री राजीव रौशन,जिला पदाधिकारी मधुबनी श्री अरविंद कुमार वर्मा, जिला पदाधिकारी समस्तीपुर श्री योगेन्द्र सिंह,उप विकास आयुक्त दरभंगा श्रीमती प्रतिभा रानी,अनुमंडल पदाधिकारी सदर दरभंगा सुश्री चंद्रिमा अत्री दरभंगा और समस्तीपुर एवं मिशन निदेशक,बीएसडीएम सुरेश कुमार सिंह के साथ बिहार कौशल विकास मिशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी समस्तीपुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित लक्ष्य 05 लाख की प्राप्ति हम कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि दूरस्थ प्रखंड के लिए डीआरसीसी के बजाय प्रखंड या अनुमंडल में काउंसिलिंग की सुविधा दिया जाए। साथ ही दस्तावेज का सत्यापन डिजिलॉकर से करवाने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि जो छात्र मैट्रिक या इंटर से ड्रॉप आउट हो गए हैं,उन्हें अगर कुशल युवा केंद्र से जोड़ा जाए तो यह राज्य के लिए बेहतर होगा।
जिलाधिकारी मधुबनी ने संबोधित करते हुए इसमें पंजीकरण के लिए कुशल युवा केंद्र स्तर पर निबंधन की सुविधा उपलब्ध कराने का सुझाव दिया, साथ ही जनप्रतिनिधियों को जागरूक करने का सुझाव दिया।
साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करने से होनेवाले लाभ की जानकारी लोगों को देने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी दरभंगा ने संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2016 में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र की स्थापना की गई तथा साथ निश्चय पार्ट-01 के अंतर्गत आर्थिक हल युवाओं को बल कार्यक्रम के तहत बिहार के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए ये कार्यक्रम तय किये गए,जिसके अंतर्गत उन्हें हुनरमंद बनाने के लिए उनकी भाषा कौशल, कंप्यूटर ज्ञान एवं संवाद कौशल के लिए कुशल युवा कार्यक्रम चलाया गया है।
उन्होंने कहा कि दरभंगा जिले में 47 कुशल युवा केंद्र और 05 डोमेन स्कीलिंग सेंटर हैं।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक युवाओं को इन केन्द्रों की ओर आकर्षित करना होगा, कुशल युवा केंद्र के कार्यक्रम को आकर्षक बनाना होगा तथा लोगों को जागरूक करना होगा एवं इस कार्यक्रम को रोजगार से जोड़ना होगा।
आयुक्त दरभंगा प्रमंडल दरभंगा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दरभंगा प्रमंडल में लगभग 200 कुशल युवा केंद्र संचालित हैं और हमारे प्रमंडल के लगभग ढाई लाख छात्र एवं छात्रा प्रतिवर्ष मैट्रिक एवं इंटर उत्तीर्ण होते हैं,इसलिए यहाँ छात्रों की कोई कमी नहीं है, उन्हें कुशल युवा केंद्र से जोड़ने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जो भी अधिकतम जन- क्षमता उपलब्ध है,उन्हें इस कार्यक्रम से जोड़ने की जरूरत है। इस कार्यक्रम को रोजगारपरक एवं गुणवत्तापूर्ण बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यदि हमें अपने राज्य एवं देश को विकसित बनाना है तो अपने जनसंख्या के कौशल को विकसित करना होगा।
उन्होंने कहा कि लोगों को रोजगार परक बनाने के लिए उनके कौशल को विकसित करना आवश्यक है।
उक्त अवसर पर डॉ.बी.राजेंदर प्रधान सचिव-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी,बिहार कौशल विकास मिशन ने कुशल युवा कार्यक्रम का लाभ राज्य के सभी इच्छुक युवाओं को मिल सके ये सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त व तीनों जिलाधिकारी के अच्छे सुझाव प्राप्त हुए हैं विभाग उसे अमल में लाने पर विमर्श करेगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाना अत्यावश्यक है। यह योजना बिहार के युवाओं का क्षमतावर्धन करने एवं उन्हें रोजगारपरक बनाने के लिये महत्वपूर्ण है, जिसमें प्रतिभागियों की प्रतिबद्धता एवं पारदर्शिता अपेक्षित है।
उन्होंने कहा कि बिहार कौशल विकास मिशन के द्वारा विपत्रों का स-समय भुगतान सुनिश्चित किया गया है, ताकि प्रशिक्षण कार्यों की गुणवत्ता बढ़े और युवाओं को प्रशिक्षण का लाभ मिले।
उन्होंने केवाईपी संचालन करने वाले केन्द्रों के संचालकों से भी संवाद किया और कहा कि केवाईपी केंद्र संचालक ये तय करें कि सभी नामांकित प्रशिक्षणार्थी केन्द्र पर प्रतिदिन आएँ और 04 घंटे व्यतीत कर प्रशिक्षण पूरा करें।
इस संदर्भ में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा आने (इन टाइम) एवं जाने के समय (आउट टाइम) बायोमेट्रिक उपस्थिति लगाना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि कुशल युवा कार्यक्रम प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए केन्द्रों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों से स्पीकिंग, टाईपिंग एवं रीडिंग का प्रतिदिन अभ्यास कराया जाना अनिवार्य है।
कुशल युवा कार्यक्रम प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए केन्द्रों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों से स्पीकिंग,टाईपिंग एवं रीडिंग का प्रतिदिन अभ्यास कराया जाना भी अनिवार्य है।
उन्होंने आगे कहा कि सभी केवाईपी केन्द्र प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु योग्य एवं निपुण प्रशिक्षकों की नियुक्ति करें।
कुशल युवा कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी ऑनसेट (OnCet) पास प्रशिक्षकों (Learning Facilitators) की महत्त्वपूर्ण भूमिका है, वे प्रतिदिन केन्द्र पर गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को केन्द्रित करते हुए सभी प्रशिक्षणार्थियों पर अविभाजीत रुप से ध्यान देंगे। साथ ही सभी प्रशिक्षक केन्द्र पर प्रतिदिन आने (इन टाइम) एवं जाने के समय (आउट टाइम) बायोमेट्रिक उपस्थिति लगाना सुनिश्चित करेंगे।
सभी केन्द्रों द्वारा अपनी इनटेक क्षमता का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना अनिवार्य है,साथ ही अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से मोबिलाईजर एवं काउंसलर की भी नियुक्ति सुनिश्चित करेंगे एवं इनका उचित क्षमतावर्द्धन भी करायेंगे।
उन्होंने अपने निर्देश में कहा कि सभी केन्द्र संचालक केन्द्रों में कार्यरत स्टाफ एवं प्रशिक्षकों को ससमय एवं न्यूनतम वेतन के हिसाब से पारिश्रमिक देना सुनिश्चित करेंगे।
केन्द्र द्वारा प्रशिक्षित युवाओं की ट्रेकिंग एवं उनके नियोजन हेतु हर संभव प्रयास किया जायेगा। केन्द्रों में दैनिक प्रशिक्षण कार्य एवं मूल्यांकन कार्य में किसी भी प्रकार का कदाचार पाए जाने पर मिशन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सभी कौशल प्रशिक्षण केन्द्र, प्रशिक्षण कक्षों एवं प्रयोगशालाओं में सीसीटीवी लगाना एवं विगत 15 दिनों का फूटेज सुरक्षित रखना भी सुनिश्चित करेंगे।
बिहार कौशल विकास मिशन की महत्त्वाकाक्षी इको सिस्टम के महत्त्वपूर्ण भागीदार के रूप में मिशन द्वारा समय समय पर जारी किए जाने वाले दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करे एवं अपने केन्द्रों के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दें।
इससे पहले समीक्षा बैठक के शुरुआत में बीएसडीएम की योजनाओं पर बने चलचित्र का प्रदर्शन एवं आईईसी कैम्पेन के महत्व पर आईईसी एक्सपर्ट तरुण रंजन के द्वारा प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम का मंच संचालन मिशन प्रबंधक आईटी अतुल सुमन ने किया।
वहीं बैठक में बिहार के युवाओं का क्षमतावर्धन एवं उन्हें रोजगारपरक बनाने के लिये संकल्प लिया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन मिशन निदेशक, बिहार कौशल विकास मिशन ने किया।