खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही विश्वविद्यालय प्रशासन -संदीप
खिलाड़ियों के भविष्य को बचाना हमारी जिम्मेदारी कुलपति से मिल अभिलंब खिलाड़ियों के हित में निर्णय लेने का अपील नहीं तो तेज होगा आंदोलन
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन अपने खिलाड़ियों के प्रति संवेदनहीन है। उक्त बाते प्रेस रिलीज जारी कर इंकलाबी नौजवान सभा(आरवाईए) के बिहार राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा।उन्होंने आज खिलाड़ियों के साथ कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह से मिल कर इस गंभीर मुद्दा को उठाया और अभिलंब हल करने की मांग की।
मामला यह है की अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता आयोजित कर विश्वविद्यालय टीम का गठन किया गया परंतु अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता 2023-2024 में सभागिता के लिए टीम नही भेजी गई।ज्ञात हो कि बिहार सरकार ने मेडल लाओ,नौकरी पाओ की घोषणा पिछले साल की थी जिसका लाभ विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से हमारे विश्वविद्यालय के खिलाड़ी नही उठा पा रहे है।उन्होंने आने वाले टीम को खेलने के लिए भेजने की सारी व्यवस्था विश्वविद्यालय प्रशासन से करने की मांग की अन्यथा सोमवार से अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा।
जो टीम खेलने नहीं गई
रोइंग पुरुष एवम महिला टीम, टेबुल टेनिस पुरुष टीम, ताइक्वांडो महिला टीम, जूडो पुरुष टीम,शतरंज पुरुष एवं महिला टीम, वॉलीबाल महिला टीम, योगा पुरुष एवम महिला टीम।
भारत के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना घट रही है जो पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला फुटबाल प्रतियोगिता जितने के बाद ऑल इंडिया प्रतियोगिता में कौलीफाई की परंतु विश्वविद्यालय के संवेदनहीनता की वजह से खेलने नहीं जा पा रही है और विश्वविद्यालय प्रशासन इसपर मौन है।