डीएमसीएच में पहली बार स्नायु रोग व हृदय रोग से संबंधित सुपरस्पेलिष्ट चिकित्सकों की सेवा का मिलेगा लाभ
ओपीडी में सुबह आठ बजे से एक बजे तक मरीजों का करेंगे उपचार
सैकड़ों मरीजों को हृदय व स्नायु रोग के इलाज के लिये नहीं जाना पड़ेगा बाहर
दरभंगा. जिला सहित आसपास के क्षेत्रों के लोगों को अब डीएमसीएच में दो सुपरस्पेलिष्ट चिकित्सकों से परामर्श का लाभ मिलेगा. दोनों सुपरस्पेशलिस्ट चिकित्सक ओपीडी में स्नायु व हृदय रोग से संबंधित मरीजों का उपचार
व परामर्श देंगे. ओपीडी के प्रथम मंजिल पर दोनों चिकित्सक सुबह आठ बजे से एक बजे तक संबंधित रोग के मरीजों को चिकित्सा सेवा देंगे. डीएमसीएच ओपीडी में गुरूवार से दोनों सुपरस्पेलिष्ट चिकित्सक अपना योगदान देंगे. इसके तहत न्यूरो फिजियेशन के चिकित्सक डॉ स्नेह कुमार झा व कार्डियोलॉजिस्ट डॉ ज्योति प्रकाश कर्ण ओपीडी में मरीजो के चिकित्सा के लिये मौजूद रहेंगे. इसके लिये ओपीडी के पीएसएम व मनोरोग विभाग के कमरे को खाली करा दिया गया है. जरूरत के मद्देनजर अन्य तीन कमरा को खाली कराने का निर्देश अधीक्षक डॉ आरआर प्रसाद ने दिया है. विदित हो कि स्नायु व ह्रदय संबंधी रोगियों को बाहर रेफर कर दिया जाता था. अब उन मरीजों की चिकित्सा यहीं हो पायेगी. उन मरीजो को उपचार के लिये बाहर नहीं जाना पड़ेगा. विदित हो कि डीएमसीएच परिसर में सुपरस्पेलिष्ट अस्पताल निर्माणाधीन है. इस साल में इसके शुरू होने की प्रबल संभावना है. इसको देखते हुये सरकार ने सुपरस्पेलिष्ट चिकित्सकों को बहाल किया है.
स्नायु व हृदय रोग से संबंधित सैकड़ों मरीजों के लिये खुशखबड़ी
डीएमसीएच में विभिन्न रोग से संबंधित मरीजों का उपचार किया जाता है. लेकिन बहुत सारे रोगों के उपचार की सुविधा यहां उपलब्ध नहीं है. लिहाजा सरकार ने विभिन्न कई रोगों के उपचार के लिये सुपरस्पेलिष्ट अस्पताल शुरू करने जा रही है. इसके पूर्व बहाल किये गये दो सुपरस्पेलिष्ट चिकित्सकों के उपचार का लाभ लोगों को गुरूवार से मिलने लगेगा. स्नायु व हृदय रोग से संबंधित मरीजों के लिये यह खुशखबरी है. संबंधित मरीज व उनके परिजनों ने इस रोग के उपचार की व्यवस्था होने से खुशी व्यकत की है.
डीएमसीएच में दो सुपरस्पेलिष्ट चिकित्सकों के चिकित्सा का लाभ लोगों को मिलेगा. संबंधित रोग से ग्रसित मरीज ओपीडी में आकर अपना इलाज करा सकेंगे. इसके लिये ओपीडी के प्रथम मंजिल पर पीएसएम व मनोरोग विभाग के कमरा को खाली करा दिया गया है. डॉ आरआर प्रसाद अधीक्षक