पंचायत एवं वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का सोनबरसा प्रखंड में किया गया आयोजन।
बाल तस्करी, बाल श्रम व बाल विवाह पर अंकुश लगाने के लिए जमीनी स्तर पर चलेगा अभियान
सीतामढ़ी: बचपन बचाओ आंदोलन, जिला बाल संरक्षण ईकाई ,सीतामढ़ी एवं प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति, सोनबरसा के संयुक्त तत्वाधान में सोनबरसा प्रखंड कर्यालय स्थित सभाकक्ष में पंचायत एवं वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन वृहस्पतिवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार यादव के निर्देशन में किया गया।कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर प्रखंड प्रमुख कृष्णा देवी,प्रखंड विकास पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार यादव, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रीमा कुमारी, प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका विजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। बीडीओ सत्येन्द्र कुमार यादव ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ उठाकर प्रत्येक माह वॉर्ड एवं पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक निर्धारित तिथि को करना प्राथमिकता के आधार पर पंचायत एवं वॉर्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति सुनिश्चित करे ताकि सामूहिक प्रयास से प्रखंड क्षेत्र में बाल शोषण पर अंकुश लग सके। सीडीपीओ रीमा कुमारी ने प्रतिभागियों को बाल विवाह निषेध कानून एवं बाल विवाह के दुष्प्रभाव की जानकारी देते हुऐ एक भी बाल विवाह किसी भी वॉर्ड में न हो यह सुनिश्चित करने के लिए बाल संरक्षण समिति का ज्ञानवर्धन किया। प्रखंड परियोजना प्रबंधक ,जीविका विजय कुमार सिंह ने उपस्थित प्रतिभागियों को संवेदित कर बाल शोषण के रोकथाम हेतु एक टीम के रूप में सामूहिक रूप से प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। बचपन बचाओ आंदोलन के प्रतिनिधि द्वारा प्रतिभागियों को बाल संरक्षण समिति की संरचना , भूमिका एवं कर्तव्य की विस्तृत रूप से जानकारी दी गई , बाल तस्करी, बाल श्रम व बाल विवाह के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देकर उपस्थित प्रतिभागियों को संवेदित कर जागरूक किया गया साथ ही संबंधित कानून की जानकारी दी गई। बाल श्रम, बाल विवाह , बाल दुर्व्यपार के उद्देश्य से गांव से बच्चों की तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु विभिन्न उपाय बताया गया। कार्यशाला पूर्ण होने पर उपस्थित पंचायत एवं वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने बाल शोषण पर पुर्ण रुप से अंकुश लगाने हेतू सामूहिक रूप से प्रयास करने एवं अपने अपने क्षेत्र में बच्चों के अधिकारों और कल्याण की रक्षा हेतु संकल्प लिया। कार्यशाला में इंदरवा पंचायत सहित अन्य पंचायत के भी बाल संरक्षण समिति के सदस्य शामिल थे।