डिग्री कॉलेज से इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को स्थानांतरित करने के खिलाफ आइसा ने किया प्रदर्शन
बिहार सरकार का नया इंटरमीडिएट नामांकन नियम छात्र विरोधी है :- मयंक कुमार
बीपीएससी टीआरई पेपर लीक के दोषियों पर सरकार अविलंब कार्रवाई करे– शम्स तबरेज
दरभंगा। बीपीएससी टीआरई 3 पेपर लीक मामले तथा बिहार सरकार द्वारा जारी इंटरमीडिएट के नए नियमों के विरोध में आइसा ने जिला सचिव मयंक कुमार तथा जिलाध्यक्ष शम्स तबरेज के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च निकाला।
मार्च सेंट्रल लाइब्रेरी से भोगेंद्र झा चौक तक भिन्न–भिन्न नारों के साथ पहुंचा।
मार्च के उपरांत छात्रों के समूह को संबोधित करते हुए जिला सचिव मयंक कुमार ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा जारी इंटरमीडिएट नामांकन के नियम अपनी नियत में सही हो सकते हैं लेकिन उसका अनुपालन बेहद अन्यायपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। आइसा सरकार से यह मांग करती है कि इंटर के वर्तमान सत्र एवं इससे पूर्व के सत्रों के छात्रों का नामांकन यथावत रखते हुए अगले वर्ष से पूरी पारदर्शिता से नए नियम लागू किए जाएं। इस तरह हजारों बच्चों के समय और भविष्य को बचाया जा सकता है।
वहीं जिलाध्यक्ष शम्स तबरेज ने कहा कि बीपीएससी टीआरई 3 परीक्षा के पेपर लीक मामले में सबकुछ सार्वजनिक मंचों पर आ चुका है। सरकार को जवाब देना चाहिए कि उनके तथाकथित सुशासन में सेंध कैसे लगी? सरकार दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई कर लाखों परीक्षार्थियों के लिए पुनः परीक्षा का आयोजन करे।
उन्होंने आगे कहा कि नैतिकता के आधार पर शिक्षा मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। क्या बिहार की डबल इंजन सरकार में नैतिकता बची है?
मार्च में आइसा नेता सुभाष कुमार, रूपक कुमार, किशुन कुमार,विपिन कुमार, अरुणोदय, सुधीर पासवान, अहसान सहित बड़ी संख्या में छात्र शामिल थे।