मानव श्रृंखला में सी एम कॉलेज के 300 से अधिक व्यक्तियों की होगी भागीदारी
जल-जीवन व हरियाली की समस्या वैश्विक
एवं चिंतनीय–डॉ मुश्ताक
जल-जीवन और हरियाली हमारे जीवन का आवश्यक एवं अभिन्न अंग है,परंतु आज इसकी समस्याएं वैश्विक एवं चिंतनीय रूप ले लिया है।कल के मानव श्रृंखला का उद्देश्य सामाजिक एवं राष्ट्रीय स्तर पर चेतना विकसित करना है।जल-जीवन व हरियाली और नशा मुक्ति के समर्थन और दहेज-प्रथा व बाल-विवाह के विरोध में आयोजित मानव श्रृंखला एक सराहनीय प्रयास है।इस श्रृंखला से निश्चय ही सामाजिक जागृति आएगी। उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा।उन्होंने कल आयोजित होने वाली मानव- श्रृंखला का पूर्वाभ्यास कराते हुए महाविद्यालय के शिक्षकों-शिक्षकेतर कर्मियों एवं छात्र-छात्राओं से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि सरकार की इस अच्छी पहल में हर व्यक्ति की सकारात्मक भागीदारी आवश्यक है।
महाविद्यालय परिसर में आयोजित पूर्वाभ्यास में मुख्य रूप से प्रो विश्वनाथ झा,डॉ पी के चौधरी,डॉ अवनि रंजन सिंह,डॉ आर एन चौरसिया, डॉ संजीत कुमार झा,डा रीता दुबे,प्रो रमण बिहारी लाल, डॉ शैलेंद्र श्रीवास्तव,प्रो राजानंद झा,डा नरेंद्र झा,डा मयंक श्रीवास्तव,डॉ सुरेश पासवान, डॉ मीनाक्षी राना,प्रो शिप्रा सिन्हा,डॉ सुधांशु कुमार,डॉ नीरज कुमार,डॉ राफिया काजीम,डॉ रुद्रकांत अमर, प्रो अभिलाषा कुमारी,प्रो विद्या झा,डॉ अखिलेश कुमार विभु आदि ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
महाविद्यालय के एनएसएस पदाधिकारी प्रो अखिलेश राठौर तथा डॉ प्रीति त्रिपाठी ने बताया कि महाविद्यालय के एनएसएस एवं एनसीसी के तत्वावधान में उक्त मानव- श्रृंखला में 300 से अधिक व्यक्ति भाग लेंगे,जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा कॉलेज को किलाघाट से शिवाजीनगर तक लगभग 1 किलोमीटर का स्थान निर्धारित किया है।