वार्षिक वित्तीय बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट में बिहार की बल्ले बल्ले रही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तो नहीं मिला किंतु कई आर्थिक प्रोत्साहन की घोषणाएं की गई है मुख्य रूप से सड़क परियोजनाओं के लिए 26000 करोड़ का आवंटन होगा जिससे दरभंगा की आमस परियोजना भी शामिल होगी । बाढ़ से मुक्ति के लिए 11500 करोड़ की घोषणा भी की गई है जिससे हम मिथिला वासी लाभान्वित होंगे । कई मेडिकल एवं एयरपोर्ट की घोषणा की गई है जिसमें मधुबनी भी शामिल होगा । 2 एक्सप्रेस वे एवं दो गंगा नदी पर पुल का निर्माण, नालंदा ,बोधगया एवं राजगीर के विकास हेतु विशेष प्रोत्साहन की घोषणा आदि को ध्यान में रखते हुए कह सकते हैं कि इस बजट में हम बिहारीयो के लिए विशेष धोषनाएं की गई है।
बजट में रोजगार एवं स्किल्स पर विशेष फोकस किया गया है जिससे 4 करोड़ युवाओं को फायदा होगा और सरकार पर 2 लाख करोड़ का वित्तीय बोझ पड़ेगा । पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को 4 साल तक मदद, 500 बड़ी कंपनियों में युवाओं के लिए इंटर्नशिप एवं आर्थिक सहायता , 12 नये औद्योगिक पार्कों की मंजूरी एवं 100 औद्योगिक पार्कों का विस्तार, मुद्रा लोन में कर्ज सीमा को बढ़ाकर 20 लाख की घोषणा, स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एंजल टैक्स से मुक्ति आदि सभी सराहनीय कदम है इसे युवाओं को रोजगार मे विशेष सहायता मिलेगी, स्वरोजगार बढ़ेगा।
बजट में महिलाओं एवं किसानों के लिए भी कई प्रकार की घोषणाएं की गई है किंतु टैक्सपेयर मिडिल क्लास जो इस बजट से विशेष आस लगाए बैठा था उसे माननीय वित्त मंत्री ने कोई विशेष राहत नहीं दी है । 3 लाख तक टैक्स छूट, टैक्स स्लैब में मामूली सुधार, स्टैंडर्ड डिडक्शन में 25000 की बढ़ोतरी आदि घोषणा की गई है।
फिर भी वर्तमान सिनेरियो में विकसित भारत के मद्देनजर यह बजट सराहनीय है हम इसका स्वागत करते हैं ।
बिनोद कुमार पंसारी
पूर्व अध्यक्ष दरभंगा यूनेस्को क्लब ,
पूर्व प्रधान सचिव, चेंबर ऑफ कॉमर्स।