दरभंगा. कुंवर सिंह महाविद्यालय लहेरियासराय डॉक्टर मोहम्मद रहमतुल्लाह प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्त्वावधान में स्व0 ललित नारायण मिश्र के जन्मदिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्रधानाचार्य डाॅ0 मोहम्मद रहमतुल्लाह ने कहा कि मिथिलाँचल की यह भूमि स्व0 ललित नारायण मिश्र जैसे अपने सपूत के कारण ही संपूर्ण भारतवर्ष में अपना स्थान बनाने में सक्षम हो सकी. उसी का जीता जागता उदाहरण है कि आज हमारी मातृभाषा मैथिली को संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की चयनित विषयों की सूची में शामिल किया जा चुका है. सर्वप्रथम 1963-64 में स्व0 ललित बाबू की पहल पर ही प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने मैथिली को साहित्य अकादमी में भारतीय भाषाओं की सूची में सम्मिलित किया था। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन बिहार के पिछड़ेपन को दूर कर राष्ट्रीय मुख्यधारा के समकक्ष लाने के लिए झोंक दिया. उन्होंने ने यह भी कहा कि स्व0 ललित बाबू की छवि को हम बिहार वासियों को अपने मन मस्तिष्क में हमेशा रखते हुए किसी कार्य की ओर अग्रसर होना पड़ेगा. अन्त में धन्यवाद ज्ञापन का कार्य डॉक्टर अशोक कुमार सिंह ने किया और उन्होंने कहा के स्वर्गीय ललित बाबू को
मिथिलांचल वासी भुला नहीं पाएगा अगर स्वर्गीय ललित नारायण मिश्रा कुछ दिन और जीवित होते तो दरभंगा की स्थिति दूसरी होती उसी समय बड़ी लाइन दरभंगा के अंदर में आ गया होता और दरभंगा को दिल्ली बनाने का सपना पूरा हो चुका होता
महाविद्यालय परिवार के सभी शिक्षक गण कर्मचारी गण ने उन
उनको फूलों के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की