दरभंगा
सी एम कॉलेज में मनाई गयी ललित नारायण की जयंती
ललित बाबू कुशल प्रशासक,लोकप्रिय राजनीतिक व नेक दिल
इंसान– डॉ मुश्ताक
ललित बाबू ने अपनी कर्मभूमि मिथिलांचल की राष्ट्रीय पहचान बनाने में पूरी तन्मयता से प्रयास किया। उन्होंने मिथिला चित्रकला को देश-विदेश में प्रचारित कर उसकी अलग पहचान दिलाई।ललित नारायण दूरदर्शिता व विकासशीलता के प्रतिमूर्ति थे। वे मिथिलांचल के सर्वांगीण विकास में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ ही इसे राष्ट्रीय फलक पर उजागर करने का काम किया।उक्त बातें सीएम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने ललित जयंती के अवसर पर महाविद्यालय में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि ललित बाबू का व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक था। व्यक्ति उनके व्यवहार-विचार से प्रभावित हुए बगैर नहीं रह सकता था। वे हर किसी से खुले दिल से मिलते थे।
मिथिला के साथ ही पूरे बिहार का विकास उनका सपना था।
इस अवसर पर डॉ विजय कुमार झा, डॉ रीता दुबे,प्रो अखिलेश राठौर, प्रो यादवेंद्र सिंह,प्रो अमृत कुमार झा, विपिन कुमार सिंह, राम प्रकाश मंडल,सृष्टि चौधरी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।