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महिला संवाद में उमड़ी भीड़

महिलाओं में अभूतपूर्व उत्साह

मुख्यमंत्री के द्वारा शुभारंभ किया गया महिला संवाद महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण कड़ी होगी

दरभंगा,

रविवार को दरभंगा जिले में ‘महिला संवाद’ में नए उत्साह और ऊर्जा के साथ आयोजित हुई ।आज बारिश के चलते बनी खुशनुमा महोल में संवाद को और भी जीवंत कर दिया ।

बड़ी संख्या में महिलाओं और बालिकाओं ने उत्साह के साथ सम्मिलित हुई।

 

से जिले में निरंतर संचालित हो रहे इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त करना है। यह महिलाओं के सशक्तिकरण  में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा  यह सिर्फ संवाद का मंच नहीं,बल्कि गांव-गांव में महिलाओं को जागरूक कर उन्हें बदलाव की अग्रदूत है।

 

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न ग्राम संगठनों की महिलाओं ने सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं और आरक्षण व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की।

 

उन्होंने साझा किया कि पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण ने महिलाओं को नेतृत्व की मुख्यधारा में लाकर खड़ा किया है। इसी तरह शिक्षक बहाली में 50 प्रतिशत आरक्षण, बिहार पुलिस और अन्य सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण तथा खेल विश्वविद्यालयों में 33 प्रतिशत आरक्षण से महिलाओं का आत्मविश्वास अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है।

महिलाओं ने यह भी कहा कि समाज में अब बेटियों को बोझ नहीं,बल्कि समान अवसर प्राप्त करने वाली सक्षम इकाई के रूप में देखा जाने लगा है।’बेटा-बेटी एक समान’ की सोच अब व्यवहार में उतरती दिख रही है।

 

कार्यक्रम में उपस्थित बालिकाओं ने ‘मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना’ का उल्लेख करते हुए बताया कि इस योजना ने शिक्षा के क्षेत्र में उनके लिए एक नया द्वार खोल दिया है।

 

“दरभंगा सदर प्रखण्ड की तान्या कुमारी ने ‘कन्या उत्थान योजना’ के बारे में बताते हुए कहा कि—’इस योजना ने मेरी पढ़ाई को जारी रखने में बहुत मदद की। पहले आर्थिक तंगी के कारण मुझे 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ती,लेकिन सरकार द्वारा मिली 25,000 रुपये की सहायता से मैंने न केवल कॉलेज में दाखिला लिया,बल्कि आगे बढ़ने का हौसला भी मिला।

अब मैं स्नातक की पढ़ाई पूरी कर रही हूं और भविष्य में शिक्षक बनना चाहती हूं। यह योजना हम जैसे परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।'”

 

महिलाओं ने सुझाव दिया कि सभी प्रखंडों में महिलाओं के लिए सिलाई, ब्यूटी पार्लर, मिथिला पेंटिंग व कंप्युटर प्रशिक्षण की विशेष सुविधा मुहैया करवायी जाए।

जीविका से जुड़ी महिलाओं ने प्रस्ताव दिया कि विद्यालयों और आंगनवाड़ियों में वितरित होने वाले वस्त्रों के निर्माण की जिम्मेदारी जीविका समूहों को दिया जाए जिससे उनके लिए आजीविका का एक और मार्ग प्रशस्त हो सके।

 

कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने एकजुट होकर मुख्यमंत्री का संवाद पत्र पढ़ा एवं शपथ ली।

उन्होंने संकल्प लिया कि वे जीविकोपार्जन की दिशा में सतत प्रयास करते हुए न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करेंगी,बल्कि समाज को भी सशक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। साथ ही उन्होंने अपने गाँव को एक आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने हेतु हर संभव प्रयास करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

 

‘महिला संवाद’ ने महिलाओं में आत्मबल,जागरूकता और नेतृत्व की भावना को सशक्त किया है। यह पहल महिलाओं को केवल योजनाओं की जानकारी ही नहीं दे रही,बल्कि उन्हें समाज के विकास में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित भी कर रही है।

आज दरभंगा की धरती पर महिलाओं और बालिकाओं के आत्मविश्वास से भरे बढ़ते कदमों की आहट स्पष्ट सुनाई दे रही है–यह आहट है सामाजिक बदलाव की,आत्मनिर्भरता की और नए बिहार के निर्माण की।

 

 

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