परिवार नियोजन की सफलता के लिए पुरुषों की भागीदारी को बढ़ाना है जरूरी
– पुरुष

नसबंदी है सबसे आसान – सिविल सर्जन
– सरकार द्वारा 3000 रुपए मिलता है प्रोत्साहन राशि
मधुबनी : परिवार नियोजन एक स्वस्थ एवं कुशल समाज के निर्माण हेतु आवश्यक है। सीमित एवं छोटे परिवार में माता एवं शिशु दोनों का ध्यान रखना सुगम होता है तथा माता एवं शिशु दोनों के पोषण की जरूरतें भी आसानी से पूरी हो सकती है. परिवार नियोजन पर लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ विभाग निरंतर प्रयास कर रहा है. सरकार परिवार नियोजन के साधन निशुल्क उपलब्ध कराती है ताकि अधिक से अधिक लोग इन्हें अपनाकर अपने परिवार को सीमित रख सकें तथा सरकार द्वारा इन साधनों को अपनाने पर आर्थिक प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. वर्तमान में जिले के सदर अस्पताल, झंझारपुर एसडीएच, बेनीपट्टी, एवं पंडौल अस्पताल में पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध है।
पुरुषों की सहभागिता है जरूरी: सिविल सर्जन डॉ. किशोर चन्द्र चौधरी ने बताया परिवार नियोजन अकेले महिलाओं की जिम्मेदारी बन गयी है तथा परिवार नियोजन के साधन अपनाने में पुरुषों की सहभागिता नगण्य मालूम होती है. इसे बढ़ाने की जरूरत है। अस्थायी एवं स्थायी साधन परिवार नियोजन के उपलब्ध है तथा इन्हें किसी भी सरकारी चिकित्सीय संसथान से निशुल्क प्राप्त किया जा सकता है. महिलाओं को अपने घर में पुरुषों से परिवार नियोजन के लिए संवाद करना चाहिए तथा अपना मत स्पष्ट करना चाहिए.
महिला नसबंदी की तुलना में पुरुष नसबंदी है अधिक सुरक्षित और आसान: डॉ. चौधरी ने बताया पुरुष नसबंदी महिला नसबंदी की तुलना में अधिक आसान एवं सुरक्षित भी माना जाता है. पुरुष नसबंदी बिना चीरा एवं टाँके के मात्र आधे घंटे में ही हो जाता है. वर्तमान में जिले के सदर अस्पताल, झंझारपुर एसडीएच, बेनीपट्टी, एवं पंडौल अस्पताल में पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध है।
पुरुष नसबंदी के लिए किया जाता है प्रेरित: डॉ. चौधरी ने बताया पुरुष नसबंदी पर आज भी समाज में कई तरह की भ्रांतियाँ है जिसे दूर करने की जरूरत है इसे लेकर परिवार नियोजन की जरूरत के बारे में पति पत्नी दोनों को बताया जाना जरूरी है। साथ ही इस दिशा में आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है ताकि अधिक से अधिक दंपत्तियों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के विषय में लोगों को जागरूक किया जा सके.
गृह भ्रमण कर दी जाती है जानकारी: परिवार नियोजन के लिए आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा परिवारों में गृह भ्रमण के दौरान परामर्श दिया जाता है . आशा द्वारा परामर्श सामग्री का उपयोग करते हुए दंपतियों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की जानकारी दी जाती है. दंपतियों से बात कर उपयुक्त समय में गर्भधारण और बच्चों के बीच सही अंतराल के साथ स्वास्थ्य जीवन जीने हेतु आशाओं द्वारा परामर्श दिया जाता है.
दी जाती है प्रोत्साहन राशि: अगर कोई व्यक्ति नसबंदी कराना चाहता है तो आशा या या पीएचसी से संपर्क कर सकता है या सीधे जिला अस्पताल से संपर्क कर सकता है पुरुष नसबंदी अपनाने पर रुपए 3000 प्रोत्साहन राशि मिलती है जो जो सीधे लाभार्थी के खाते में दी जाती है।
Darbhanga News24 – दरभंगा न्यूज24 Online News Portal