शनि सिंह चोहान
सरोसी -उन्नाव।उत्तर प्रदेश में कई सकारें बदलने के बाद भी जनपद में भू माफियाओं का दबदबा कायम है बांगरमऊ लखनऊ मार्ग पर करोड़ों रुपये की बेशकीमती सरकारी ग्राम पंचायत तालाब की भूमि पर चकबंदी अधिकारी व तहसील अधिकारी की मिलीभगत से कब्जा हुआ था तब से नव उपजिलाधिकारी का कार्यकाल पूरा हो गया जबकि ग्रामीणों ने लिखित शिकायत की थी उसके बाद से किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया दसवें उपजिलाधिकारी का कार्यकाल चल रहा है।तहसील हसनगंज के विकास खंड व ग्राम पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत बांगरमऊ लखनऊ मार्ग मियांगंज के पास करोड़ों रुपये की बेशकीमती सरकारी ग्राम पंचायत तालाब की भूमि पर चकबंदी अधिकारी व तहसील अधिकारी की मिलीभगत से कब्जा कराया गया था जब शिकायत की गयी थी उस समय उपजिलाधिकारी महमूद आलम अंसारी का कार्यकाल चल रहा था उसके बाद से इन आठ उपजिलाधिकारियों के नाम हरिलाल यादव, विजय शंकर दुबे, राम चन्द्र सरोज, श्रुश्री शेरी, प्रशांत कुमार, विनय प्रकाश श्रीवास्तव, अर्चना द्विवेदी, श्री प्रशांत कुमार का कार्यकाल समाप्त हो गया मौजूदा एसडीएम मनीष बंसल का कार्यकाल चल रहा है प्रार्थी भूपतिपुर मियांगंज की ग्राम पंचायत की सरकारी तालाब की भूमि संख्या 1106 था जिसकी पुरानी गाटा संख्या 717 थी और गाटा संख्या 717 की पुरानी गाटा संख्या 757/1 रकबा एक बीघा 14 विसुवा था जबकि ऊसर की गाटा संख्या 1105क व ख की पुरानी गाटा संख्या 717 रकबा 5 विसुवा, 2 विसुवा व 717 रकबा 0.025 हेक्टेयर था जिसकी पुरानी गाटा संख्या 757/2 रकबा 12 विसुवा व 757/3 रकबा 0.025 हेक्टेयर था जो पिछली चकबंदी में अचक रहे लगभग 1975-76 में चकबंदी हुई थी उस समय ग्राम चकबंदी में अचक रहे ग्राम के चकबंदी लेखपाल व तहसील के लेखपाल से मिलकर व चकबंदी अधिकारी से शांठ-गांठ करके तालाब की भूमि में बटा नंबर गलत करके करोड़ों रुपये की सरकारी तालाब की भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा करा दिया गया सभी बिंदुओं के साक्ष्य में पुराना नक्शा गाटा संख्या 757 की फोटो कापी साथ में संलग्न की गयी ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी महमूद आलम अंसारी को दिनांक-09/06/2012 में इस संबंध में लिखित शिकायत की गयी उसके बाद से छः वर्ष हो गये कोई जांच नहीं हुई इस समय उपजिलाधिकारी मनीष बंसल भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।