Darbhanga Mithila स्टूडेंट यूनियन के द्वारा पिछले वर्ष एनएच 57 पर हुए लाठी चार्ज के विरोध में एक बार फिर एनएच 57 बिजली हाल्ट के पास

एमएसयू सेनानी के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया दिन के 11 बजे से गौसाघाट के तरफ से जाने वाले सड़क एनएच 57 के दायी तरफ दर्जनों के तादाद में एमएसयू कार्यकर्ता धरना पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे मंच संचालन एमएसयू वरिष्ठ छात्र नेता सागर नवदिया ने किया
एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिनाश भारद्वाज ने मिथिला विरोधी सरकार के खिलाफ जम कर हल्ला बोला उन्होंने कहा मिथिला छेत्र जो आजादी से पहले संपन्न हुआ करता था आज यह छेत्र भुखमरी, बेरोजगारी, कुपोषण और पलायन से त्रस्त हैं पर कैपिटा इनकम की बात की जाय तो मिथिला छेत्र देश के सबसे पिछड़े इलाका में आता हैं जहाँ के लोगो की पर कैपिटा इनकम लगभग 6000 के करीब में हैं एक समय था जब इस छेत्र में 100 से 150 उद्योग धंधा स्थापित था आज सभी उद्योग धंधा बंद परा हुआ हैं 15 साल पहले सत्ता में आयी शुशासन की सरकार जो बंद परे उद्योग धंधा को खुलवाने की बात कही थी लेकिन आज सच्चाई यह हैं की सभी मिलो के कल पुर्जा को नीलामी करवाने का काम यहाँ की सरकार कर रही हैं सरकार इसे खुलवाने की जगह इसे परमानेंट बंद करने का काम कर रही हैं आज ट्रैन भरकर लोग मिथिला से पलायन कर रहे हैं एक सोची समझी साजिश के तहत यहां के लोगों को सस्ता मजदूर बना दिया गया आज मिथिला क्षेत्र पूरे देश में सस्ता मजदूर सप्लाई करने का काम कर रहा है शिक्षा की व्यवस्था बद से बदतर हो गई है स्वास्थ्य व्यवस्था पूर्णतः चरमरा गयी हैं सरकार हर क्षेत्र में अभी फ्लॉप साबित हो रही है आज जनता त्रस्त है छात्र त्रस्त है युवा त्रस्त हैं बुजुर्ग त्रस्त हैं लेकिन चिर निद्रा में सोई हुई इस मगध की सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है आजादी से पहले मिथिला क्षेत्र में दौड़ने वाली छोटी लाइन की ट्रेनें आज बंद हो चुकी है देश विकास कर रहा है राज्य विकास कर रहा है लेकिन हमारा मिथिला क्षेत्र जो दिन पर दीन पीछे जा रहा हैं मिथिला स्टूडेंट यूनियन लगातार तीन वर्षों से मिथिला डेवलपमेंट बोर्ड की मांग करते आ रही है इसके लिए हम लोगों ने सबसे पहले मिथिला बंद कर चिर निद्रा में सोई हुई मगध के सरकार को जगाने का काम किया था फिर दिल्ली के संसद मार्ग पे पैदल मार्च करके दिल्ली की सरकार को जगाने का काम किया लेकिन हमारी आवाज को मौजूदा सरकार के द्वारा दबाया गया जिसके बाद हम लोगो ने दरभंगा राज में एक जनसभा कर यहाँ के लोगो को जागरूक करने का काम किया और जब बात नहीं बनी तो 200 किलोमीटर पैदल यात्रा करके पिछले 25 फरवरी को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के सैकड़ों सेनानी जो बिजली हाल्ट के पास आकर एनएच 57 को पूर्णता बंद कर दिया था जिसके बाद पुलिस प्रशासन के द्वारा बर्बरता पूर्ण तरीके से एमएसयू के मासूम छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया था और झूठी मुकदमा कर 16 दिनों तक जेल में डाल दिया था आज वहीं दिन हैं जिसे हमने संघर्ष दिवस का नाम दिया है और हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा वक्ताओं ने कहा लगातार बिहार सरकार मिथिला के साथ सौतेला व्यवहार करती आयी हैं आज एयरपोर्ट खुलेगा कल एम्स खुलेगा, चीनी मिल खुलेगा, जुट मिल खुलेगा, तारामंडल खुलेगा, पलायन रुकेगा,उद्योग धंधे लगाए जाएंगे इन्ही खोखली बातो पर आज तक सत्ता में आते रहे हैं लेकिन अब तक कुछ विकाश देखने को नहीं मिला हैं एक मिल तक चालू नहीं हो सका हैं सुशासन बाबू कहते हैं मिथिला के विकाश के बिना बिहार का विकाश नहीं हो सकता हैं लेकिन आज बात अच्छी शिक्षा की करें या अच्छे स्वास्थ्य की सभी बड़े संस्थान गंगा के उसपर स्थापित कर दिया जाता हैं बात आईआईटी की हो या आइआइएम की बात एम्स की हो या एनआईटी की सारे संस्थान पटना में लाकर रख दिया जाता हैं रूबी कुमारी जैसे को टॉप करवा कर यहाँ के छात्रों का लगातार अपमान किया जाता आ रहा हैं डीएमसीएच में बच्चों को चूहा खा जाता हैं लगभग 4 करोड़ आबादी वाले इस छेत्र को एक मरा परा हुआ डीएमसीएच दे दिया गया जहाँ हमें मरने के लिये पटना के रास्ता में छोर दिया जाता हैं अब मैथिल युवा जाग चुके हैं उनको अपना हक़ और अधिकार पता चल गया हैं हम नए मिथिला की नहीं बल्कि आजादी से पहले संपन्न मिथिला की बात कर रहे हैं आजादी से पहले वाले संपन्न मिथिला को बनाने में हर संभव प्रयास करेंगे मिथिला डेवलपमेंट बोर्ड के अंतर्गत
बंद पड़े उद्योग धंधों को चालू करवाना(चीनी मिल,जुट मिल,सूत मिल, पेपर मिल),
केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना,
आई आई टी आई आई एम, एम्स जैसे बड़े संस्थानों की स्थापना,
एयरपोर्ट की स्थापना, बाढ़ और सुखाड़ का स्थाई निदान, प्रत्येक जिला में मेडिकल, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना,
आईटी पार्क और टेक्सटाइल पार्क की स्थापना,
टूरिज्म, कल्चर और भाषा के संवर्धन हेतु बजट,
महिला सशक्तिकरण हेतु जिला स्तर पर व्यापक मैन्युफैक्चरिंग चेन की स्थापना आदि मांग शामिल हैं
मौके पर एमएसयू के संस्थापक सदस्य अनूप मैथिल, बिहार प्रभारी प्रियरंजन पाण्डेय, विश्वविद्यालय अध्यक्ष अमन सक्सेना,रिव्यू कमिटी के सदस्य गोपाल चौधरी, अभिषेक कुमार झा, सुमित माऊबेहटिया,राघवेंद्र रमण,शशि अजय झा, मनोहर, विकाश, वेदांत, अनीश,दिपक,उग्रनाथ मिश्रा,पंकज चौधरी,संत कुमार, सुधांशु,रमेश,अमित मिश्रा,प्रवीण कुमार, समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे भवदीय अमन सक्सेना विश्वविद्यालय अध्यक्ष
मिथिला स्टूडेंट यूनियन
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