परम प्रेममय श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का शुभ 132 वां जन्म महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

,जिस क्रम में अति प्रत्यूष बेला में उषा कीर्तन वेद मांगलिकी एवं प्रातः कालीन समवेत विनती प्रार्थना संपन्न हुआ ।स्वस्त्यन यज्ञ एवं दीक्षा यज्ञ प्रारंभ हुआ। सवेरे से ही वंदे पुरुषोत्तमम् की ध्वनि गूंज रही थी। तत्पश्चात् संगीतांजलि प्रारंभ हुआ। संगीतांजलि सम्मेलन श्रीमती वीना मां की अध्यक्षता में हुआ जिसमें श्रीमती सुचित्रा तिवारी, वीना मां आदि द्वारा संतानचर्या और इष्ट चलन का संदेश उपस्थित नर नारियों को दिया गया ।श्री श्री ठाकुर के बताए रास्तों पर चलकर एक सुंदर परिवार के गठन का तरीका बताया गया ।मातृ सम्मेलन के बाद देवघर से आए श्री प्रदीप चक्रवर्ती द्वारा छारागान एवं भजन कीर्तन से सारे उपस्थित जनसमूह को ओतप्रोत कर दिया गया । दिन के 11:30 बजे धर्म सभा प्रारंभ हुई जिसके मुख्य अतिथि श्री मयंक बरबरे, आयुक्त दरभंगा प्रमंडल सत्संग प्रांगण में उपस्थित हुए और श्री श्री ठाकुर का दर्शन कर साज सज्जा सजावट देखकर मुग्ध हो गये। उन्होंने मंच पर उपस्थित होकर कहा कि यहां ऐसा लगता है जैसे कि एक उर्जा निकल रही है जो सभी उपस्थित लोगों में व्याप्त हो रही है। उसके बाद डॉक्टर प्रोफेसर जयशंकर झा जी ने बड़े ही भावपूर्ण वाणी के साथ कहा – ‘गुरु गोविंद दोऊ खड़े काको लागूं पाय ,बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए ‘और उन्होंने इसकी व्याख्या करते हुए कहा कि सच्चे गुरु के निकट ही गोविंद उपस्थित हो सकते हैं ।सच्चे गुरु में ही गोविंद समाए हुए रहते हैं। ठाकुर जी सच्चे पक्के पवित्र प्रेम से भरपूर आज के सद्गुरु है। देवनारायण जी ने कहा श्री ठाकुर जी ने संपूर्ण मानव को प्रेम करना सिखाया। डॉक्टर कुमकुम सिंहा ने कहा ठाकुर जी को ग्रहण कर पति पत्नी अपने संतान को एक अच्छा मनुष्य बना सकते हैं । सुशील दा ने कहा सूर्योदय के साथ ही सद्गुरु के ध्यान के साथ सतनाम का जप करना चाहिए सद्गुरु के बिना ध्यान नहीं हो सकता है । प्रथम में सद्गुरु तब सतनाम और तब सत्संग का आश्रय ग्रहण करने से मनुष्य की उन्नति होना अवश्यंभावी है। देवघर से आए मुख्य अतिथि श्री शिवानंद प्रसाद उर्फ राजू
दा ने व्यक्ति, परिवार ,समाज और राष्ट्रीय उन्नयन की संगति में सत्संग के विधान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान आचार्य परम पूज्य श्री श्री दादा एवं पूजनीय बबाय दा की प्रेरणा से संपूर्ण हिंदुस्तान में लाखों लाख मनुष्य अपने जीवन के चरित्र निर्माण में लगकर अपने परिवार समाज और राष्ट्र के उन्नति में संलग्न है । सत्संग चाहता है मनुष्य, सत्संग चाहता है मनुष्य का निर्माण और मनुष्य के निर्माण में परम पूज्यपाद श्री श्री दादा अजश्र प्रयास के साथ चल रहे हैं । धर्म सभा की समाप्ति के पश्चात युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। रामकिंकर ,अर्जुन चौधरी, सुनील कुमार, दीप नारायण सिंह ,राम अयोध्या सिंह, संजीव एवं अमन द्वारा विचार व्यक्त किया गया।
संध्या प्रार्थना के बाद नटराज डांस एकेडमी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
दरभंगा news24live संपादक Ajit kumar singh
उपसंपादक Pragti prabha
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