कोरोना वायरस को लेकर जिलाधिकारी ने की महत्वपूर्ण बैठक, पदाधिकारियों के लिए गाइडलाइंस जारी किया
दरभंगा
-महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन ने बैठक के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी दी है। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा कि कोरोना वायरस से लोगों को घबड़ाने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। उन्होंने आज कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सावधानी व सतर्कता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सावधानी एवं सतर्कता बरतने हेतु एडवाइजरी जारी किया गया है। इसके तहत लोगों के बीच जागरूकता फैलायी जा रही है। लोग क्या करें और क्या न करें के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हाथ को साबून से अच्छी तरह बार-बार धोये जाने की सलाह दी जा रही है। संभव हो तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। बार-बार हाथ से चेहरा और आँख को छूने से बचने की सलाह दी जा रही है। छींक आती है, तो नाक के पास साफ रूमाल या तौलिया रखें और विदेश यात्रा से भी बचें। जिलाधिकारी ने कहा कि दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में 10 आयसोलेटेड वार्ड तैयार हालत में रखा गया है। किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर यहां उनका रक्त सैमपल कलेक्ट किया जायेगा और जांच हेतु पटना भेजा जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जांच में पुष्टि होने पर भी घबराने की जरूरत नहीं है। सिर्फ संवेदीकरण और जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अफवाहों से बचने की जरूरत है और उसे फैलने से भी रोकें। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूरी तैयारी चल रही है। इसमें आमलोगों का सहयोग चाहिए। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता एवं सतर्कता बरतने के संदर्भ में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस क्रम में उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें। जनप्रतिनिधियो के साथ बैठक करें और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करायें। बैठक में उन्होंने जानकारी दी कि जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को जागरूकता फैलाने को कहा गया है। इस क्रम में उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं के क्रियाकलापों पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कार्य में शिथिलता बरती जा रही है। ऐसे में उन्हें पदमुक्त कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वंडर एप से जिस गर्भवती महिला का एलर्ट जारी हुआ है उनका फ्लौअप करें। बैठक में नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, उपविकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आर.आर. प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सुशील कुमार शर्मा के अलावा स्वास्थ्य विभाग के विशेष रूप से पदाधिकारी मौजूद थे।