सभी परिवारों को शौचालय की सुविधा आवश्यक।
सामुदायिक शौचालयों का स्थान उपयोगकर्त्ताओं के निकट होनी चाहिए : सचिव
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर द्वारा आज सदर अंचल के शीशो पंचायत में निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया गया।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार हर एक परिवार को शौचालय की सुविधा उपलब्ध करानेके लिए प्रतिबद्ध है। शौचालय से शत्-प्रतिशत् आच्छादन नितांत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्तियों को शौचालयों से आच्छादन के लिए तीन वर्गों में विभक्त किया गया है। जिसमें सबसे ऊपर व्यक्तिगत शौचालय है। दूसरे स्थान पर साझा शौचालय है। इस शौचालय में एक से अधिक परिवार अपने निकट संबंधी के शौचालय का प्रयोग करते हैं। तीसरे स्थान पर सामुदायिक शौचालय है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालयों के लिए स्थान का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह शौचालय इसके लक्षित समूह के निवास स्थल के निकट होनी चाहिए। सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करने के उपरांत यह उन्हें बताया जाना चाहिए कि यह उनके उपयोग के लिए ही बनाया गया है।
इसके पूर्व सचिव महोदय की अध्यक्षता में जिला अतिथि गृह के सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त के साथ बैठक की गई।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा सचिव महोदय को आश्वस्त किया गया कि माह मई तक अभियान चलाकर सभी छूटे हुए परिवारों को शौचालय से आच्छादित कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिला के सभी अंचलों में बड़ी संख्या में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण का कार्य चल रहा है। जिसमें एक माह में लगभग 1000 सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा करा लिया जायेगा।
जिलाधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करने का निदेश दिया गया। सचिव महोदय ने कहा कि सामुदायिक शौचालयों के साफ-सफाई एवं रख-रखाव की भी व्यवस्था की जाये। जिन वार्डों में गैप है, उसे प्राथमिकता देकर भरी जाये। सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में महादलित टोलों को प्राथमिकता दी जानी चाहि। उन्होंने कहा कि यह विश्लेषण कर ली जानी चाहिए कि कितने शौचालयों का निर्माण कराये जाने पर शत्-प्रतिशत् आच्छादन हो जायेगा। उन्होंने कहा कि वैयक्ति शौचालयों के निर्माण में जीविका के स्वयं सहायता समूहों का सहयोग लिया जाना चाहिए।
इस बैठक में संयुक्त सचिव, बिहार सरकार श्री माहिवाल, स्वास्थ्य मंत्रालय के श्री आनन्द शंकर, श्री राजीव सिंह, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, डी.पी.एम. जीविका, डी.सी. स्वच्छता, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी आदि सम्मिलित हुए।