मन की बात में बोले पीएम मोदी लॉक डॉन से हुई परेशानी के लिए माफी मांगता हूं आप को बचाने के लिए बस यही तरीका था
कोरोना
वायरस से उपजे हालात और देशव्यापी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11:00 बजे मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया मन की बात में पीएम मोदी ने सबसे पहले कोरोनावायरस लोक डॉन की वजह से लोगों को हो रही परेशानियों के लिए माफी मांगी
मगर उन्होंने यह भी कहा कि देशवासियों को बचाने के लिए यह जरूरी था और बस यही एकमात्र तरीका था पीएम मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई जीवन और मृत्यु के बीच की लड़ाई हैं। पीएम मोदी के मन की बात का यह 63 वां संस्करण है जाने पीएम मोदी ने मन की बात में क्या-क्या कहा आज जब मैं डॉक्टरों का त्याग तपस्या समर्पण देख रहा हूं। तो मुझे आचार्य चरक की कही बातें याद आती हैं आचार्य चरक ने डॉक्टरों के लिए बहुत सटीक बात कही और आज वह हम अपने डॉक्टरों के जीवन में हम देख रहे हैं। आचार्य चरक ने कहा कि न आत्माथर्मनअपी का मान कर्मा अद्भुत दया प्रति वर्तते यतिचिकित्सया स सर्वम इति वर्तते।। यानी धान और किसी खास कामना को लेकर नहीं बल्कि मरीजों की सेवा के लिए दया भाव रखकर कार्य करता है वह सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक होता है। पीएम मोदी ने कहा कि इस लड़ाई के अनोखे योद्धा ऐसे हैं।जो घरों में नहीं घरों के बाहर आकर कोरोनावायरस का मुकाबला कर रहे हैं जो हमारे फ्रंटलाइन सोल्जर्स है खास करके हमारी नर्सेज बहाने है नर्सेज का काम करने वाले भाई हैं डॉक्टर हैं पारा मेडिकल स्टाफ है ऐसे साथी हैं जो करो ना को पराजित कर चुके हैं। आज हमें उनसे प्रेरणा लेनी है पीएम मोदी ने कहा कि मैं यह भी जानता हूं कि कोई कानून नहीं तोड़ना चाहता नियम नहीं तोड़ना चाहता लेकिन कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं क्योंकि अब भी वह स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं ऐसे लोगों को यही कहूंगा कि लॉक डॉन का नियम तो लेंगे तो करो ना वायरस से बचना मुश्किल हो जाएगा दुनिया भर में बहुत से लोगों को कुछ इस तरह की खुशफहमी थी। आज ये लोग सब पछता रहे हैं पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि वह लोग डॉन का पालन कर रहे हैं तो ऐसा करके हूं मानो जैसे दूसरों की मदद कर रहे हैं। यह भ्रम पालना सही नहीं है। यह लॉक डॉन आपके खुद के बचने के लिए हैं। आपको अपने से बचाना है अपने परिवार को बचाना है। अभी आपको आने वाले कई दिनों तक इसी तरह धैर्य दिखाना है। लक्ष्मण रेखा पालन करना ही है प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से साहस एवं संकल्प प्रदर्शित करने को कहा कई और दिनों के लिए लक्ष्मण रेखा का पालन करने की अपील पीएम मोदी ने कहा कि भाइयों बहनों माताओं और बुजुर्गों कोरोना वायरस ने दुनिया को कैद कर दिया है यह ज्ञान विज्ञान गरीब संपन्न कमजोर ताकतवर हर किसी को चुनौती दे रहा है यह ना तो राष्ट्र की सीमाओं से बंधा है और ना ही यह कोई क्षेत्र देखता है। और न ही कोई मौसम यह वायरस इंसान को मारने पर उसे समाप्त करने की जिद उठा कर बैठा है। और इसीलिए सभी लोगों को पूरी मानव जाति को इस वायरस के खत्म करने के लिए एकजुट होकर संकल्प लेना ही होगा पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे यहां कहां गया है एवं एवं विकार अपी तरुनह साधयते सुख ह यानी बीमारी और उसके प्रकोप से शुरुआत में ही निपटना चाहिए बाद में रोग असाध्य हो जाते हैं तब इलाज भी मुश्किल हो जाता है। और आज पूरा हिंदुस्तान हर हिंदुस्तानी यही कह रहा है पीएम मोदी ने कहा कि बहुत से लोग मुझसे नाराज भी होंगे कि ऐसे कैसे सबको कर में बंद कर रखा है मैं आपकी दिक्कतें। समझता हूं। आपकी परेशानी भी समझता हूं लेकिन भारत जैसे 130 करोड़ की आबादी वाले देश को करो ना के खिलाफ लड़ाई के लिए यह कदम उठाने जैसा 130 करोड़ की आबादी वाले देश को कुरौना के खिलाफ लड़ाई के लिए यह कदम बिना कोई रास्ता नहीं है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीवन और मृत्यु के बीच की लड़ाई हैं और इस लड़ाई में हमें जीतना है। और इसीलिए यह कठोर कदम उठाने की बहुत आवश्यक है किसी का मन नहीं करता है। ऐसे कदम के लिए लेकिन दुनिया की हालात को देखने के बाद लगता है कि यही एक रास्ता बचा है। आपको आपके परिवार को सुरक्षित रखना पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले मैं सभी देशवासियों से क्षमा मांगता हूं और मेरी आत्मा का आती है कि आप मुझे जरूर माफ करेंगे क्योंकि कुछ ऐसी निर्णय लेने पड़े हैं जिसकी वजह से आपको कई तरह की कठिनाइयां उठानी पड़ रही हैं खास करके मेरे गरीब भाई बहनों को देखता हूं। तो जरूर लगता है कि उन्हें लगता होगा कि ऐसा कई सा प्रधानमंत्री है हमें इस मुसीबत में डाल दिया उनसे भी मैं विशेष रूप से माफी चाहता हूं।