दिल्ली में फंसे लोगों की नहीं, बिहार की चिंता करें नीतीश : आप
आम आदमी पार्टी आप के प्रदेश प्रवक्ता चंद्र भूषण ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया है कि लॉक डाउन के कारण दिल्ली में फंसे बिहार के लोगों
के खाने-पीने का इंतजाम छोड़कर पहले राज्य के बेसहारा असंगठित क्षेत्र के दहारी मजदूरों के खान-पान की चिंता करें और उनके राहत के लिए तत्काल काम करें।
आप के प्रदेश प्रवक्ता चंद्र भूषण ने राज्य के मुख्यमंत्री को नसीहत दी कि आप बिहार की सीमा में रह रहे लोगों की चिंता करें, दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल भली-भांति बिहार समेत देश के सभी राज्यों के प्रवासी कामगारों के खाने-पीने से लेकर रहने और राशन की व्यवस्था कर रही है। 2500 से ज्यादा केंद्रों और विभिन्न शेल्टर होम में प्रतिदिन 10 लाख लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था चल रही है और उन प्रवासी कामगारों की जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें 3 माह के लिए राशन दिलाने की दिशा में दिल्ली सरकार की वेबसाइट http/ epass.jantasamvad.org/epass/init पर रजिस्ट्रेशन कराने पर तत्काल घर तक राशन पहुंचाने अथवा नजदीकी राशन वितरण केंद्रों पर व्यवस्था की जा रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि दरअसल नीतीश जी की चिंता इस बात को लेकर है कि छह-सात महीने के बाद बिहार में विधानसभा के चुनाव हैं और खुद बिहार के लोग उनसे नाराज हैं कि इस महामारी कोरोना के के समय भी वह राजनीति कर रहे हैं। राज्य में प्रवासी कामगारों से लेकर असंगठित मजदूरों, दैनिक मजदूरों, बेसहारा लोगों के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है। वह भूखे मरने को विवश हैं।
वहीं प्रदेश मीडिया प्रभारी मृणाल कु राज ने नीतीश सरकार से सवाल पूछा है कि जो श्रमिक दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचे हैं उन कामगारों को क्या राहत योजना है? क्या नीतीश जी बताएंगे कि प्रत्येक जिले में कितने शेल्टर होम और क्वॉरेंटाइन होम बनाया गया है? क्या उसकी सूची पब्लिक डोमेन में सार्वजनिक की गई? क्या बेसहारा, दैनिक या असंगठित मजदूरों के खाने- पीने की कोई व्यवस्था पंचायत स्तर पर की गई?कोई कम्युनिटी किचन बनाया गया?