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सीएम साइंस कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ प्रेम कुमार प्रसाद ने लॉक डाउन की स्थिति को देखते हुए छात्रों से

     रिपोर्ट गुड्डू कुमार ठाकुर

 

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ने का प्रधानाचार्य ने किया आह्वान
– कहा, संकट की इस घड़ी में छात्रों का मनोबल बढ़ाने में अभिभावकों की भूमिका महत्वपूर्ण
– कहा, छात्रों को नहीं होने दी जाएगी कोई असुविधा
– व्यक्तिगत स्तर पर शिक्षक-छात्र संवाद कायम करने पर दिया जोर

 

सीएम साइंस कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ प्रेम कुमार प्रसाद ने लॉक डाउन की स्थिति को देखते हुए छात्रों से विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट क्रमशः ‘ऑनलाइनलेक्चर@एलएनएमयू डाॅट एसी डॉट इन’ एवं ‘डब्लू डब्लू डब्लू डॉट सीएमएससी डॉट एसी डॉट इन’ के साथ-साथ यूट्यूब एवं फेसबुक पेज आदि संचार माध्यमों से निरंतर जुड़े रहने का आह्वान किया है। बुधवार को उन्होंने बयान जारी कर छात्रों से अपने शिक्षकों को फोन, मैसेज आदि के माध्यम से अपनी जिज्ञासाओं एवं पाठ्यक्रम आधारित प्रश्नों को लेकर निरंतर संपर्क में रहने की सलाह दी है। वहीं, शिक्षकों से भी छात्रों से विभिन्न संचार माध्यमों के जरिये संपर्क में बने रहने का अनुरोध किया है। जारी बयान में उन्होंने कहा है कि छात्र अपनी किसी भी समस्या के समाधान के लिए शिक्षकों से संपर्क करने के लिए स्वतंत्र हैं।
उनके अनुसार कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण महाविद्यालय में कक्षाओं के स्थगित होने से उत्पन्न छात्रों की असुविधाओं से वे भली-भांति अवगत हैं। छात्रों के अध्ययन को लेकर वे और कुलपति प्रो राजेश सिंह भी विशेष रूप से चिंतित हैं और इसके लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध कराने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि वे छात्रों की सुविधा के मद्देनजर नियमित रूप से शिक्षकों से संवाद करते रहने के साथ-साथ छात्रों को ऑनलाइन माध्यमों से निरंतर संपर्क में बने रहने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। उनके अनुसार महाविद्यालय के कई शिक्षकों ने इस अवधि में यूट्यूब, फेसबुक पेज एवं व्हाट्सएप आदि जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का समुचित उपयोग करते हुए स्नातक प्रथम एवं द्वितीय खंड के साथ-साथ स्नातकोत्तर दूसरे एवं चौथे सेमेस्टर के छात्रों के पाठ्यक्रम से संबंधित अध्ययन सामग्री उन तक पहुंचाने का प्रयत्न किया है। जबकि महाविद्यालय के वेबसाइट पर लगभग डेढ़ सौ ऑडियो-विजुअल, पीपीटी एवं अन्य स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कराए गए हैं, जो विश्वविद्यालय की वेबसाइट से भी लिंक है। वैसे छात्र जिनके पास एन्ड्रोएड फोन उपलब्ध नहीं है, उनके लिए उन्होंने अपने दोस्तों से मदद लेने की सलाह देते हुए संकट की इस घड़ी में छात्रों का हौसला बढ़ाने के लिए अभिभावकों से आगे आने की अपील की है।

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