Breaking News

दरभंगा डीएमसीएच में कोरोना वायरस सैंपल जांच को बढ़ाने के लिए मंगाई जा रही ट्रूनेट मशीन

डीएमसीएच में कोरोना वायरस सैंपल जांच को बढ़ाने के लिए मंगाई जा रही ट्रूनेट मशीन

राज्य

रिपोर्ट अविनाश कुमार

स्वास्थ्य समिति ट्रूनेट जांच मशीन करायेगा उपलब्ध

मशीन से 24 घंटे में सौ से डेढ़ सौ सैंपल की जांच की क्षमता

रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर माइक्रोबायोलॉजी विभाग के आरटीपीसीआर से किया जायेगा कंफर्म

स्वास्थ्य विभाग की ओर से दरभंगा मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस सैंपल की जांच संख्या बढ़ाने को लेकर प्रयासरत है. इसके मद्देनजर मेडिकल कॉलेज को ट्रुनेट मशीन उपलब्ध कराया जायेगा. ताकि यहां कोरोना वायरस सैंपल की संख्या में इजाफा हो सके. इस संबंध में प्रयोगशाला स्थापित करने को लेकर निर्देश दिया गया है. प्रयोगशाला स्थापित करने को लेकर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एचके झा ने माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष से बातचीत की. विभागाध्यक्ष ने गायनी विभाग के पीछे बने क्वारेंटिन सेंटर में जांच प्रयोगशाला मे जांच कार्य शुरू करने की बात कही. प्राचार्य ने शनिवार को सेंटर का मुआयना किया. लेकिन बाद में विभागाध्यक्ष ने कुछ तकनीकि समस्या के कारण नया जांच कार्य यहीं विभाग में शुरू करने की बात प्राचार्य को कही. अब नया प्रयोगशाला यहीं शुरू करने को लेकर कार्यवाई शुरू कर दी गयी है. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेजा जायेगा. उसके बाद विभाग की ओर से ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराने के बाद यहां नये प्रयोगशाला में जांच कार्य शुरू कर दिया जायेगा. लिहाजा दरभंगा मेडिकल कॉलेज में रोजाना कोरोना वायरस की जांच की संख्या बढ़ जायेगी. विदित हो कि सरकार कोरोना जांच को लेकर सभी जिला में यह मशीन उपलब्ध करायेगा. जानकारी के अनुसार कुछ जिला में जहां जांच कार्य नहीं चल रहा वहां ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करा दिया गया है.

रोजाना हो सकेगी चार सौ से अधिक सैंपलों की जांच

स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिये गये निर्देश के मद्देनजर दरभंगा मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है. माइक्रोबायोलॉजी विभाग में ही ट्रुनेट मशीन लगाकर जांच कार्य शुरू किया जा सकेगा. संबंधित प्रस्ताव सरकार को भेजा जायेगा. विदित हो कि अभी आरटीपीसीआर मशीन से करीब तीन सौ कोरोना वायरस सैंपल की जांच हो पा रही है. बाहर से सैंपल आने के बाद स्थिति और बदतर हो जाती है. लिहाजा कई दिनों तक सैँपल विभाग में पड़ा रह जाता है. बता दें कि पिछले 21 मई को सदर क्वारेंटिन सेंटर से 38 सैंपल जांच के लिये भेजा गया था. उसका रिपोर्ट चार दिन बाद आया. बताया जाता है कि अन्य जिला से रोजाना दो सौ से ढ़ाई सौ सैंपल भेजा जा रहा था. रोजाना चार से पांच सौ सैंपल विभाग में रखा जाता था. जबकि विभाग के आरटपीसीआर मशीन से केवल ढ़ाइ से तीन सौ सैंपल की जांच की क्षमता है. अब ट्रुनेट मशीन लग जाने के बाद जांच किये जाने वाले सैंपलों की संख्या में इजाफा हो जायेगा. इस प्रकार रोजाना करीब चार सौ से अधिक सैंपलो की जांच संभव हो पायेगी. बताया जाता है कि ट्रूनेट मशीन एक घंटा में चार से पांच सैंपलों की जांच कर सकेगा. जबकि मशीन से आये पॉजिटिव रिपोर्ट को यहीं विभाग से आरटीपीसीआर मशीन से कंफर्म किया जायेगा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एचएन झा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस सैंपलों की संख्या बढ़ाने को लेकर कदम उठाया गया है. इसके तहत यहां ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराया जायेगा. विभाग ने नये प्रयोगशाला निर्धारित करने को कहा था.माइक्रोबायोलाजी विभाग में ही प्रयोगशाला शुरू करने को लेकर विभागाध्यक्ष से बात हुई है. अब स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेजा जा रहा है. वहां से मशीन की आपूर्ति होने के बाद कोरोना वायरस सैंपलों की जांच में इजाफा हो सकेगा.

Check Also

• आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर जिला में 20 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक चलेगा विशेष अभियान  • 70 वर्ष से ऊपर के लोगों का सिर्फ आधार कार्ड से बनेगा आयुष्मान कार्ड 

🔊 Listen to this आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर जिला में 20 नवम्बर से 10 …