गोबर से लिपे मिट्टी के घर मे रहने का अहसास किसी जन्नत से कम नही (नगर सचिव माले नेता सदीक भारती)
दरभंगा
कोरोना वायरस महामारी बीमारी के चलते सरकार के द्वारा लॉक डाउन किया गया है वही लहेरियासराय क्षेत्र के वार्ड 48 में पंडासराय मुहल्ला निवासी नगर सचिव माले नेता सदीक भारती ने पंडासराय मुहल्ला स्थित लॉक डाउन का पालन करते हुए खुद अपने हाथों से रहने के लिए मिट्टी एवं गोबर से लिपे हुए घर बनाये है जो काफी अपने आप मे तारीफे काविल से कम नही है जिसको देखने के लिए मुहल्ला के गणमान्य व्यक्ति मिट्टी के घर का आंनद लेने पहुचे एवं सराहना किये वही श्री भारती ने बताया कि मिट्टी एवं गोबर के घर में रहने का अहसास ये बात केवल वही लोग समझ सकते हैं जिन्हें अपने घर में रहने का सौभाग्य मिलता है। हम चाहे कितने ही बड़े घर में रह लें लेकिन अपना वो छोटा सा घर ही बेहद खास होता है। हर किसी के मन में खुद का घर बनाने का सपना होता है और जब यह सपना साकार हो जाए तो इससे बड़ी बात तो कुछ हो ही नहीं सकती।आपका घर महल है या मामूली सा मकान आपके लिए वह जन्नतय से कम नहीं है इस संदर्भ में नगर सचिव माले नेता सदीक भारती ने बताया कि मिट्टी में गोबर मिश्रण होने की बजह से यह प्राकृतिक वायु शोधक है और वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखता है मिट्टी का मकान गर्मी में ठंडा तथा सर्दी में गर्म रखता है इसके अलावा जलवायु परिवर्तन का असर आपके घरों पर नही पड़ता है आपका घर गर्मियों के दिनों में शीतलता प्रदान करती है जबकि सर्दियों में घर मे गर्मी का अहसास होगा वैसे भी जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के बीच ऐसे मकानों की प्रसंगिकता दिन व दिन बढ़ रही है जो सर्दी और गर्मी दोनों से ही बचाव किया जा सकता है वैसे भी पहले मिट्टी के बने घर और गोबर से लिपे कच्चे घरों में सर्दी और गर्मी दोनों से बचाब होता था लेकिन अब मिट्टी का कच्चे मकान केवल ग्रामीण इलाकों में ही घर देखनो को मिल सकता है वही वर्तमान समय मे शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक पक्का मकानों को ही देखनो को मिलेगा।