सीपीएम का कंशी मे बैठक और शहीदों को श्रद्धांजलि
– कंशी स्थित सीपीआईएम कार्यालय मे नेतृत्व के साथियों की बैठक कांं़ देव शरण पासवान की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक की शुरुआत में भारत चीन सीमा विवाद में शहीद भारतीय जवानों, बिहार के बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत कोरोना काल में भूखे प्यासे मरने वाले कामगारों के प्रति 1 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई

तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति गंभीर संवेदना व्यक्त की गई! बैठक में सीपीएम के प्रतिनिधियों ने बिहार के राजनैतिक सामाजिक परिस्थितियों के साथ-साथ कोरोना विषाणु से आम लोगों के जीवन पर बढ़ते खतरों देश के विभिन्न हिस्सों से घर लौटे कामगारों की दयनीय हालत कोरेंटाइन केंद्रों के लिए आवंटित पैसों की लूट तथा इसे 15 जून से बंद करने का खतरनाक फैसला, प्राकृतिक आपदा से बड़े पैमाने पर हुए कृषि उत्पादों तथा उसकी भरपाई के प्रति सरकारी उदासीनता तथा बिगड़ते कानून व्यवस्था आदि चोतरफा संकटों का मुकाबला करने में सरकार की विफलता के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की गई आज जहां तत्कालिक तौर पर 80% जनता को अगले 6 महीने तक खाद्य सुरक्षा तथा वित्तीय सहायता और इसके साथ-साथ कृषि एवं छोटे उद्योगों के ऋण माफी के लिए कृषि एवं औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने के लिए तत्काल बैंक लोन कराने, छोटे व्यवसायों को राहत देने के लिए कदम उठाया है चाहिए था वहीं भाजपा और जदयू की ओर से अभाशी रैली के जरिए चुनावी बिगुल फूंककर राज्य की भूखी शोषित पीड़ित जनता के जख्मों पर नमक छिड़का जा रहा है! बिहार के मुख्यमंत्री विकास का राग अलाप रहे हैं लेकिन नीति आयोग की हालत की पोल खोल दी है बिहार के सभी मानदंडों पर देश के सबसे निचले पायदान पर है शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार स्थिति अत्यंत भयावह है! कोरोना संकट के दौरान बिहारियों मजदूरों की त्रासदी की सबसे ज्यादा उभर कर सामने आई है! संकट से निपटने की ना तो कोई तैयारी है ना तो स्वास्थ्य सुविधाएं है!जांच की कमी के चलते लोगों की संख्या का पता नहीं है इसमें पूरी तरह चुप्पी साध रखी है!
सीपीएम लगातार तालाबंदी के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए जन समस्याओं की ओर से सरकार का ध्यान खींचने का प्रयास करते रहे हैं लेकिन सरकार में शामिल होने वाले नेताओं कार्यकर्ताओं के खिलाफ करवाई है जो अत्यंत निंदनीय है । सीपीएम ने निम्नलिखित मांगों को लेकर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया!
– आयकर के दायरे से बाहर सभी परिवारों को ₹7500 दिया जाए!
-परिवार को प्रत्येक सदस्यों के लिए प्रतिमाह 6 महीने तक 10 किलो अनाज दिया जाए!
– मनरेगा के तहत शहरों एवं गांवों में 200 दिनों तक कार्य की गारंटी एवं ₹500 न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित की जाए!
– सार्वजनिक संपत्ति की लूट एवं निजी करण पर रोग!
– जांच केंद्र की संख्या बढ़ाओ!
– कोरेनटाइन केंद्रों के लूट पर रोक लगाओ एवं बंद करने की घोषणा वापस लो!
पेट्रोल, डीजल की बढ़ी हुई कीमत वापस लो!बैठक मे 25 जून को फिजिकल एवं सोशल दूरी बनाकर, प्रवासी ग्रामीण व खेतिहर मजदूरों और गांव गरीब किसानों द्वारा आम सभा आयोजित किया जाएगा। 27 जून से पेंशन, राशन, आवास में भ्रष्टाचार का खात्मा, पंचायत नियंत्रित योजनाओं में लूट के खिलाफ एवं उपरोक्त मांगों पर बल देने के लिए एनएच 57 दरभंगा मुजफ्फरपुर मार्ग पर कंसी में अनिश्चितकालीन धरना, प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया। बैठक को सीपीएम के जिला सचिव अविनाश कुमार ठाकुर मंटू जी, सीपीएम जिला सचिव मंडल सदस्य दिलीप भगत, पूर्व सरपंच कामेश्वर भगत, उप मुखिया रामविलास महतो, शाखा सचिव ललन ठाकुर, सुरेंद साह, महेश साहनी, सुजीत कुमार झा, संजय कुमार राय, गोपाल भंडारी, जक्कू हजाम, मंजूर आलम, मोहम्मद गुलाब, सगीर, और बीना देवी ने संबोधित किया।
दिलीप भगत
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