रेलवे में निजीकरण के खिलाफ रेल मंत्री पीयूष गोयल का पुतला दहन।
रेलवे
में 50 प्रतिशत पद खत्म करने का फरमान वापस ले सरकार-आइसा-इनौस
मोदी सरकार ने 150 से अधिक ट्रेनें प्राइवेट को चलाने देने और रेलवे की 50 प्रतिशत पदों को खत्म करने का फैसला किया है। सरकार का यह फैसला देश की रीढ़ पर चोट करने जैसा है। देश का छात्र-नौजवान ऐसा कत्तई नहीं होने देंगे।केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ आइसा – इनौस के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज दरभंगा रेलवे स्टेशन पर रेल मंत्री पीयूष गोयल का पुतला दहन किया गया। इस अवसर पर पुतला दहन की अध्यक्षता आइसा जिला प्रिंस राज ने किया।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए आइसा दिल्ली प्रदेश सचिव प्रसेनजित कुमार ने कहा कि आज जब पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। पूरे देश के छात्र नौजवान कोरोना से बचाव की उपाय ढूंढ रहे है। उस समय मोदी सरकार रेलवे को निजीकरण की ओर धकेल रही है। जिसे की देश के छात्र-नौजवान बर्दास्त नही करेंगे। और अब देश के छात्र-नौजवान बर्दास्त नही करेंगे। और अब दरभंगा से लेकर दिल्ली तक आवाज बुलंद करेंगे।
वही इस अवसर पर आइसा बिहार राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि आज मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने के बजाय रेलवे को निजीकरण की ओर धकेल रही है। जबकि रेलवे छात्र-नौजवानों के रोजगार का एक बड़ा कारखाना है। लेकिन सरकार छात्र-युवाओं को रोजगार देना नही चाहती है। इस लिए रेलवे को निजीकरण की ओर धकेल रही है। जिसे की देश के छात्र-युवा बर्दास्त नही करेंगे, और इसके खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करेंगे।
वही इनौस जिला अध्यक्ष केशरी कुमार यादव ने मोदी सरकार 150 से अधिक ट्रेनों को निजीकरण के हवाले कर कर दी है। और 50 प्रतिशत पदों को खत्म करने का फैशला लिया है। जो कि पूरे देश मे छात्र-नौजवान के खिलाफ है। आज पूरे देश मे छात्र-नौजवान इसके खिलाफ आवाज को बुलंद किया है।
पुतला दहन में मयंक कुमार यादव, मोहम्मद सहाबुद्दीन, मोहम्मद तालिब, नवीन कुमार चौधरी, राहुल कुमार चौधरी, अनीश कुमार झा सहित कई लोग शामिल थे।
संदीप कुमार चौधरी
राज्य सह सचिव आइसा