अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का स्थापना दिवस स्थानीय कार्यालय मिश्रटोला दरभंगा में झंडातोलन कर मनाया गया।
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विश्वविद्यालय प्रमुख विमलेश कुमार ने कहा कि स्वाधीनता के पश्चात् अपने भारत देश की हजारों युवाओं की गौरवशाली एवं वैभव सम्पन्न परंपराओं को ध्यान में रखकर उसे पुनः आधुनिक विकसित एवं परिस्थितियजन्य दोषों से मुक्त करने का सपना जब सारा देश देख रहा था।उसी समय कुछ युवाओं ने इन सपनों को साकार करने के लिए देश के महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय परिसर को अपना केंद्र बनाकर गतिविधियां प्रारम्भ की। इन्हीं गतिविधियों का देशव्यापी खुला मंच 9 जुलाई 1949 को विधिवत एक छात्र संगठन के रूप में पंजीकृत हुआ अभाविप के नाम से स्वाधीनता की प्राप्ति के साथ-साथ देश के सर्वांगीण विकास की चुनौती भी खड़ी हुई। सदियों की पराधीनता के कारण देश की प्रतिभा पर गहरा मालिन्य चला हुआ था।ऐसे समय में आबादी भारत का एक ऐसा छात्र संगठन स्थापित हुआ, जो विश्व की प्राचीनतम सभ्यता हुआ महान संस्कृति से प्रेरित होकर भारत को एक शक्तिमान समृद्धि एवं स्वाभिमान राष्ट्र के रूप में पूर्व निर्मित कर उसे राष्ट्र मालिका की गरिमा पूर्ण स्थान दिलाने के बाबत से प्रतिबंध हुआ। अभाविप ने राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के व्यापक संदर्भ में कार्य करने का लक्ष्य सामने रखकर अभाविप छात्र संगठन के रूप में समाज जीवन के सभी क्षेत्रों में कार्य प्रारंभ किया। शिक्षा परिवार की सामूहिक अंन्तर्निहित शक्ति में विश्वास रखकर रचनात्मक कार्य में छात्रों के कर्तव्य का संयोजन करने वाला एवं दलगत राजनीति से ऊपर रखकर रचनात्मक दृष्टिकोण से सभी विषयों को दिखने वाला यह छात्र संगठन देश को छात्रों के सम्मुख सर्वोपरि रखने का पक्षधर है।
वहीं जिला संयोजक मणिकांत ठाकुर ने कहा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद् का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है। स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया, और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। अभाविप ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाया है। बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद् समय-समय पर आन्दोलन चलाता रहा है। बांग्लादेश को तीन बीघा भूमि देने के विरुद्ध परिषद् ने ऐतिहासिक सत्याग्रह किया था।
वही विश्वविद्यालय संयोजक पिंटू भंडारी एवं विभाग संयोजक सुमित सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उसने देश को एक ऐसा छात्र संगठन दिया जो कई वर्षों की साधना में तत्पर तैयार हुआ छात्रों का ऐसा संगठन जो लगातार कई युवा पीढ़ीयों को देश एवं समाज के प्रति जागृत करता आया तथा भविष्य की पीढ़ियों के सभी साथ चलकर उन्होंने ऐसे प्रेरणा एवं कार्य का अवसर देने का क्षमता रखता है।
वही ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के महासचिव प्रीति कुमारी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ बार-बार आवाज उठाता रहा है, इन्हीं कारणों से अभाविप अन्य छात्र संगठनों से अलग है।
वहीं जिला एस एफ डी प्रमुख श्रीकांत कुमार एवं सीएम कॉलेज अध्यक्ष कौशल कुमार ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के नाम सबसे ज्यादा रक्तदान करने का रिकॉर्ड है । इसके अलावा निर्धन मेधावी छात्र, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिय़े निजी कोचिंग संस्थानों में नहीं जा सकते, उनके लिये स्वामी विवेकानंद निःशुल्क शिक्षा शिविर का आयोजन किया जाता है।
वही सीएम विधि महाविद्यालय अध्यक्ष कुणाल कुमार गुप्ता के नेतृत्व में महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय थाना परिसर में स्थापना दिवस के उपलक्ष में वृक्षारोपण किया गया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद पर्यावरण बचाओ हेतु हर समय वृक्ष लगाते हैं आज स्थापना दिवस के उपलक्ष में महाविद्यालय में वृक्षारोपण किया गया।*
वही इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सूरज मिश्रा ,धीरज कुमार, नगर मंत्री बृजमोहन सिंह, सीएम विधि महाविद्यालय उपाध्यक्ष पूजा गुप्ता ,अमन कुमार, अमन झा, विकास कुमार झा ,मिथिलेश कुमार इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।