ईवीएम की विश्वसनीयता पर शक करने वालों को चुनाव आयोग ने खुली चुनौती दी है। चुनाव आयोग ने कहा है कि वे आएं और ये साबित करके दिखाएं कि ईवीएम में छेडछाड की जा सकती है। चुनाव आयोग ने ऎलान किया है कि मई महीने के शुरूआत में ईवीएम हैकिंग का दावा करने वाले लोग आएं और मशीन में बदलाव करके दिखाएं।यह चुनौती 10 दिन तक खुली रहेगी इसके लिए चुनाव आयोग एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इससे पहले चुनाव आयोग की टीम सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगी और डेमो देकर उन्हें समझाएगी कि ईवीएम में फेरबदल करना संभव नहीं है। हालांकि इसके लिए अभी निश्चित तारीख का ऎलान नहीं हो पाया है।चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से खबर है कि आयोग राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को इस ओपेन चैलेंज में बुलाएगा। इन प्रतिनिधियों के अलावा चुनाव आयोग उन लोगों को भी बुलाएगा जो टेक्नॉलोजी के बारे में अच्छे से जानते हैं। साथ ही उन लोगों और संगठनों को भी बुलाया जाएगा जिन्होंने व्यक्तिगत तौर पर ईवीएम के साथ छेडछाड की शिकायत की है।
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