बिहार में कोरोना विस्फोट और चिकित्सीय व्यवस्था भगवान भरोसे :-डॉ शशिकांत
पटना आम आदमी पार्टी,बिहार के मुख्यप्रवक्ता डॉ शशिकांत ने PMCH की घटना को उजागर करते हुए कहा कि कैसा हॉस्पिटल जहाँ स्ट्रेटर के आभाव में ऑक्सीजन का सिलिंडर एक छोटी सी बच्ची की मां ख़ुद अपने मरीज़ के लिए ढोकर ले जा रही है ? वास्तव में ये भयावह दृश्य मानवता को झकझोर देने वाला है। साथ ही इस घटना से देश और दुनिया के नज़र में इस प्रदेश का नाम शर्मसार हुआ है । क्या यही सुशासन बाबू का बिहार में नंबर वन कही जाने वाली हॉस्पिटल है, जहाँ ऑक्सीजन सिलिंडर को ढोकर ले जाने वाली स्ट्रेचर या ट्रॉली नहीं है ? जब राजधानी में स्थित हॉस्पिटल का ये हाल है तो दूर दराज में स्थित हॉस्पिटलों की क्या स्थिति रही होगी ?
उन्होंने आगे कहा कि इससे तो यही लगता है कि बिहार में चिकित्सा व्यवस्था “भगवान भरोसे” चल रहा है । उंन्होने आशंका ज़ाहिर की है कि बिहार में कोरोना जैसी घातक बीमारी सरकार के नियंत्रण से बाहर है । उंन्होने आरोप लगाया है कि जनसंख्या के अनुपात में बिहार में हॉस्पिटल नहीं है। अगर हॉस्पिटल है तो तो डॉक्टर नहीं हैं और अगर डॉक्टर है तो नर्स नहीं है। इसके आगे जोड़ते हुए कहा कि अगर डॉक्टर और नर्स है तो फिर इलाज़ (चिकित्सा) नहीं है ।
उन्होंने कोरोना महामारी एवं लॉक डाउन से उत्पन्न स्थिति से निबटने हेतु 17 अप्रैल 2021 को आयेजित “सर्वदलीय बैठक” करने के बिहार के “महामहिम राजपाल”जी के निर्णय का स्वागत किया है ।
उंन्होने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार से मांग किया है कि सरकार के आदेश के बजह से जिनके संस्थाएं बन्द पड़े हैं उनके कर्मचारी व मजदूर बेरोजगार हो गए हैं, ऐसी स्थिति में उनके परिवारों को रहने, खाने का अविलंब व्यवस्था की जाय और सरकारी सहायता उपलब्ध कराया जाए ।