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बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्य करने वाले पदाधिकारियों व कर्मियों को फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कराया जाएगा कोविड-19 टीकाकरण

बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्य करने वाले पदाधिकारियों व कर्मियों को फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कराया जाएगा कोविड-19 टीकाकरण

– जिला स्तर पर कार्यरत पदाधिकारियों एवं कर्मियों के लिए किया जाएगा विशेष सत्र टीकाकरण का आयोजन
– इन विभागों के अधिकारी व कर्मी मुख्य रूप से बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहते हैं तैनात

मधुबनी वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकस हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार द्वारा जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए महामारी के दौर में बाढ़ की समस्याओं से निबटने हेतु राहत एवं बचाव कार्य करने वाले सभी तरह के विभागों से जुड़े पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। उक्त निर्देश के आलोक में पूर्णिया जिलाधिकारी राहुल कुमार के द्वारा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कोविड-19 से सुरक्षित रहने व बचाव के लिए टीकाकरण करवाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी राहुल कुमार के अलावा बाढ़ प्रबंधन विभाग, आपदा विभाग सहित स्थानीय प्रखंड स्तर के अधिकारी मौजूद थे।

बाढ़ नियंत्रण में कार्यरत पदाधिकारियों एवं कर्मियों का विशेष सत्र आयोजित कर किया जाएगा टीकाकरण : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया बाढ़ नियंत्रण के लिए कार्यरत विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मियों जिनका उम्र 18 से 44 वर्ष के बीच हैं वैसे लाभार्थियों का राज्य संसाधन से उपलब्ध कराये जा रहे कोरोना के वैक्सिन तथा 45 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों का भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे वैक्सिन से उनके कार्य स्थल पर विशेष सत्र आयोजित कर कोविड-19 टीकाकरण करवाया जाएगा। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि ज़िले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मियों को समय से पूर्व फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में शामिल करते हुए कोविड-19 टीकाकरण कार्य सुनिश्चित किया जाए। ताकि बाढ़ के समय इनलोगो को कोई परेशानी नही हो। क्योंकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मानसून से पहले टीकाकरण कार्य पूरा करने से कोरोना के लहर से बचाव किया जा सकता हैं।

मुख्य रूप से इन विभागों के अधिकारी व कर्मी बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहते हैं तैनात:

ज़िले के विभिन्न विभागों में पदस्थापित या कार्यरत पदाधिकारी व कर्मियों जिनको कोविड-19 टीकाकरण के लिए सिविल सर्जन को सूचित किया गया है इनमें बिजली विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, लघु सिंचाई विभाग, कृषि विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, नलकूप विभाग, पुलिस विभाग, होमगार्ड, अग्निशमन विभाग, पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, बाढ नियंत्रण विभाग, जल संसाधन विभाग, ज़िले के सभी प्रखंड एवं अंचल कार्यालयों के कर्मी, ज़िले के जीविका दीदी, पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधि, प्रशिक्षित गोताखोर, पंजीकृत नाविक, राष्ट्रीय राजमार्ग में कार्य कर रहे कर्मियों सहित जो सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कर्मी कोविड-19 में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं तथा बाढ़ के समय भी इनके द्वारा सक्रिय रूप से इन विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा कार्य किया जाता है, जिन्हें कोविड-19 टीकाकरण के लिए फ्रंट लाइन वर्कर के रूप नामित करते हुए उनका कोविड-19 टीकाकरण कराये जाने को लेकर दिशा-निर्देश दिया गया है।

कोविड-19 से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान:

-मास्क का प्रयोग प्रयोग, अपने हाथों को हर आधे घंटे के अंतराल पर साबुन या सैनिटाइजर से साफ करें।
-सामाजिक दूरी बनाकर करें अपने कार्यो का निष्पादन।
-अपनी बारी आने पर टीकाकरण अवश्य कराएं।
-बहुत ज़्यादा जरूरी होने पर ही घर बाहर निकलें।
-बाहर निकलते समय अपने चेहरे को पूरी तरह ढक कर ही जाएं।
-कार्य के दौरान अति आवश्यक वस्तु को ही छूने का करें प्रयास।
-घर में रहें अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।

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