दूसरे डोज से वंचित एचसीडव्ल्यू व एफएलडव्ल्यू को सात दिनों में टीका लेने का इडी ने दिया निर्देश
•जिले में काफी संख्या में फ्रंटलाइन वर्कर व हेल्थ केयर वर्कर्स सेकेंड डोज से हैं वंचित
•वर्तमान में 16 हजार के विरुद्ध 12.5 हजार स्वास्थ्य कार्यकर्ता व 11 हजार के विरुद्ध 6 हजार फील्ड वर्कर ने ही लिया है दूसरे डोज का टीका
मधुबनी जिले में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए टीकाकरण अभियान को जोर-शोर से चलाया जा रहा है। टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। इसको लेकर तमाम प्रयास किये जा रहे है। जिले में अभी भी कुछ ऐसे फ्रंटलाइन वर्कर या हेल्थ केयर वर्कर हैं जो कोविड टीका
का दूसरा डोज नहीं लिये हैं । इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि निर्धारित समय सीमा पार करने के बावजूद भी फ्रंटलाइन वर्कर व हेल्थ केयर वर्कर ने सेकेंड डोज नहीं लिया है। वैक्सीन की दोनों डोज लेना अनिवार्य है। दूसरे डोज से वंचित लाभार्थियों को एक सप्ताह के अंदर टीकाकृत करने का निर्देश दिया गया है। वहीं कार्यपालक निदेशक के पत्र के आलोक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के विश्वकर्मा ने जिले के सभी एमवाईसी को पत्र लिखकर दूसरे डोज से वंचित स्वास्थ्य कर्मियों तथा फ्रंटलाइन वर्करों की लिस्ट मांगी है| स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से बहुत से स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन वर्करों ने दूसरे डोज का टीका ले लिया है परंतु कोविन पोर्टल पर अद्यतन नहीं हो पाया है।
जिले में 31.43 लाख लोगों का होना है टीकाकरण :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया जिले में 31 लाख 43 हजार 919 लोगों का टीकाकरण किया जाना है| जिसमें अब तक 8 लाख 43 हजार 267 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिसमें 16,283 हेल्थ केयर वर्कर को प्रथम डोज,12,519 हेल्थ केयर वर्कर को सेकंड डोज, 11,378 फ्रंटलाइन वर्कर को प्रथम डोज, 6,083 फ्रंटलाइन वर्कर को सेकंड डोज दिया जा चुका है| एक सप्ताह के अंदर सभी को वैक्सीनेट करने का निर्देश दिया गया है।
सुरक्षा के लिए दोनों खुराक है जरूरी:
जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी रफ्तार थमी जरूर है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। तीसरी लहर की आशंका बना हुई है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने के लिए कोरोना बचाव के दोनों टीके लगवाने जरूरी हैं है। यूं तो शहर से लेकर ग्रामीणों में टीकाकरण को लेकर जागरूकता बढ़ी है। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए जा रहे लक्ष्य से अधिक लोग टीका लगवा रहे हैं।
दोनों डोज लगने के बाद हीं हो पायेंगे सुरक्षित:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा ने कहा कि विभाग की प्राथमिकता लोगों को दूसरी डोज देकर महामारी से सुरक्षित करना है। लोग दूसरी डोज जरूर लगवाएं, दोनों डोज लगने के बाद ही कोरोना वायरस से लड़ने की क्षमता मिलेगी। दोनों डोज लगने के बाद ही आप पूर्ण तरह सुरक्षित रह पाएंगे।
ऐसे रोकें संक्रमण का प्रसार:
• एक साथ 2 मास्क का प्रयोग करें
• आंतरिक स्थानों पर वायु संचार सुनिश्चित करें
• दूरी बनायें रखने का हरसंभव प्रयास करें
• साबुन से नियमित हाथ साफ़ करते रहें
• कोविड मरीजों को अलग कमरे में रखें
•सतहों को नियमित रूप से कीटाणुनाशकों से नियमित रूप से साफ़ करें