सी एम कॉलेज के उर्दू विभाग की स्नातकोत्तर- छात्रा आरजू ने विश्वविद्यालय में लाया प्रथम स्थान
आरजू के विश्वविद्यालय टॉपर बनने से कॉलेज के शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मियों और छात्र-छात्राओं में हर्ष
नेट और पीएच. डी. के उपरान्त उर्दू विषय की सहायक प्राध्यापिका बन समाज में शिक्षा-दीप जलाएगी आरजू
2014 से ही 10 वीं कक्षा तक के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर खुद से पढ़ाई कर 77.69 % अंक के साथ बनी ऑफर
*गृहिणी माता तथा टेलर मास्टर पिता की वस्तबाड़ा, सिमरी निवासी आरजू ने टॉप कर लड़कियों की बनी प्रेरक
सी एम कॉलेज,दरभंगा के उर्दू विभाग की स्नातकोत्तर पास छात्रा आरजू खानम ने 77.6 9 प्रतिशत अंक लाकर मिथिला विश्वविद्यालय में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। विश्वविद्यालय द्वारा जारी टॉप टेन में शामिल कुल 13 छात्र- छात्राओं में आरजू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। गृहिणी माता तथा ट्रेलर मास्टर पिता की दरभंगा जिला के बस्तवाड़ा, सिमरी निवासी आरजू नेट और पीएच डी करने के उपरांत उर्दू विषय की सहायक प्राध्यापिका बनी समाज में शिक्षा का दीप जलाना चाहती है। उसने 2014 से ही दसवीं कक्षा तक के छात्रों को टूशन पर आकर खुद पढ़ाई करते हुए टॉप कर अपने महाविद्यालय तथा समाज की लड़कियों के लिए प्रेरक बनी।
आरजू की इस सफलता को जानकर महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मियों एवं छात्र- छात्राओं में हर्ष व्याप्त हो गया।
आरजू की सफलता पर बधाई एवं शुभकामना देने वालो में सी एम कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा, उर्दू विभागाध्यक्ष डा जफर आलम, डा अब्दुल हैई, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ आर एन चौरसिया, उर्दू शिक्षिका डा नफाशत कमाली एवं डा मसरूर सोगरा, एनसीसी पदाधिकारी डा शैलेन्द्र श्रीवास्तव, प्रो ललित शर्मा,एम आर एम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा अरविंद कुमार झा, वहीं के उर्दू विभागाध्यक्ष डा जमाल औवेसी, डॉ विवेकानंद झा, डा सौम्या चौधरी,डा चित्रा झा,डा कन्हैया चौधरी,डा शिखर वासिनी तथा उसकी सहपाठी आदि शामिल हैं।
प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने प्रसन्नता वक्त करते हुए कहा कि आरजू एक प्रतिभावान छात्रा है। 21वीं शताब्दी महिलाओं का है। आरजू आगे बढ़कर छात्राओं की प्रेरणास्रोत बनी हैं।
डा जफर आलम ने आरजू को मुबारकबाद देते हुए कहा कि यह हमारे उम्मीदों को पूरा किया है।यह उपलब्धि पूरे कॉलेज से लिए सम्मान और क्षमता की बात है।
आरजू ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता तथा शिक्षकों व प्रधानाचार्य को देते हुए बताया कि उसने अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त की है। उसने सी एम कॉलेज शिक्षकों के मार्गदर्शन में स्वाध्याय कर उपलब्धि प्राप्त की। उसने कहा कि छात्र लक्ष्य तय कर पूरे लगन और परिश्रम से प्रयास करें तो हर सफलता में प्राप्त होगी। विभागीय शिक्षक डा अब्दुल हैई ने कहा कि छात्रों की कामयाबी को अपना यादगार दिन बताया। डा नफाशत कमाली ने कहा कि महिला शिक्षक होने के नाते मुझे आज दोगुनी खुशी हो रही है, क्योंकि यह काफी दूर गांव से आकर अपनी पढ़ाई पूरी कर माता-पिता के अरमानों को पूरा किया है। उर्दू की शिक्षिका डा मसरुर सोगरा ने कहा कि मैं अत्यंत खुश हूं तथा मेरी दुआ इसके साथ है। यदि छात्र अपनी मेहनत और उत्साह से पढ़े तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आरजू में हमलोगों की उम्मीदों को पूरा किया है।