बी.बी.ए की ओर से गठित पी.वी.सी के पहल पर 120 परिवारों का राशन कार्ड में नाम जुड़ा
सीतामढ़ी:- डुमरा प्रखंड के बरहरवा गांव में बचपन बचाओ आंदोलन के द्वारा गठित पीवीसी के सदस्यों के साथ करोना काल मे गांव के बच्चे आर्थिक संकट के कारण बाल श्रम के शिकार ना हो इसके लिए बचपन बचाओ आंदोलन ने लगातार बैठक की , बैठक में आर्थिक संकट ना हो इसके लिए सरकारी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से कठिन परिस्थिति में रहने वाले परिवारों को चिन्हित कर योजना से जुड़वाने का निर्णय लिया गया जिसके उपरांत संगठन के सहायक परियोजना अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी ने लगातार बचपन बचाओ आंदोलन के द्वारा गठित पीवीसी के सदस्य श्रवण ठाकुर के साथ सरकारी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को जुड़वाने के लिए बैठक एवं मार्गदर्शन करते रहें चुकी बाल तस्करी को रोकने के लिए सीतामढ़ी जिला में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मैपिंग प्रक्रिया की शुरुआत की है जिसमें बचपन बचाओ आंदोलन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है जिसके तहत कठिन परिस्थिति में रहने वाले बच्चों के परिवारों को चिन्हित कर सरकारी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। सदस्य श्रवण ठाकुर ने करोना काल में राशन कार्ड के पात्र गांव में जो भी वंचित परिवार थे उन्हें चिन्हित कर राशन कार्ड मे नाम जुड़वाने के लिए अनूठी पहल की , जिसके तहत गांव के 120 परिवार राशन कार्ड से लाभान्वित हुए हैं। श्रवण ठाकुर ने लोगों को राशन कार्ड से संबंधित जानकारी देकर आवेदन करवाया जिसके फलस्वरूप योजना के पात्र 120 परिवारों को राशन मिलना शुरू हो गया है ! गौरतलब है कि बचपन बचाओ आंदोलन बरहरवा गांव में करोना काल मे आर्थिक संकट को देखते हुए कठिन परिस्थिति में रहने वालों के बीच स्कूली बैग, पाठ सामग्री एवं बालश्रम से मुक्त बच्चों के परिवारों के बीच राशन वितरण कि ताकी आर्थिक संकट के कारण बच्चों को शिक्षा से वंचित ना किया जा सके। राशन कार्ड से वंचित ग्रामीणों का नाम जोड़ने से आर्थिक संकट का सामना कर रहे परिवारों को काफी राहत मिली है निश्चित रूप से अब वह दिन दूर नहीं जब बाल श्रम व बाल विवाह मुक्त बरहरवा गांव की परिकल्पना साकार होगी।