दरभंगा एम्स रूपी पंडाल बनाने पर MSU ने किया दोनार दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों को सम्मानित — ajit कुमार सिंह की रिपोर्ट

दरभंगा एम्स रूपी पंडाल बनाने पर एमएसयू ने किया दोनार दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों को सम्मानित —

मिथिला स्टूडेंट यूनियन के सदस्यों ने शुक्रवार को दोनार दुर्गा पूजा समिति द्वारा बनाये गए दरभंगा एम्स रूपी पंडाल के लिए दोनार दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों को सम्मानित किया जिसमे पूजा अध्यक्ष  अनुपम मण्डल उपाध्यक्ष  बलराम दास,श्री पवन साह  परमानन्द साह को पाग चादर और मोमेंटम देकर सम्मानित किया। साथ ही पूजा समिति के सभी सदस्य के प्रति संगठन ने आभार प्रकट किया इस बाबत एमएसयू के सदस्यों ने कहा हमेसा से दोनार दुर्गा मंदिर लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा हैं हालांकि मंदिर को अब हटा दिया गया हैं लेकिन पूजा समितियों के सदस्यो ने अभी भी बिना मंदिर के इस पूजा स्थल को हमेसा की तरह आकर्षण का केंद्र बना कर रखा हैं और इस बार तो दरभंगा एम्स रूपी पंडाल ने हमें अपने आंदोलन को मजबूत करने पर विमर्श कर रहा हैं आज यह पंडाल लोगों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं पूजा समितियों के सदस्यों की माने तो इस बार एम्स की चर्चा लोगों की बीच में काफी थी वहीं मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा भी इस मांग को बहुत जोड़ शोर से उठाया गया था जिसको देखते हुए हमलोगो ने पंडाल को इस बार दरभंगा एम्स का रूप दिया ताकि सरकार और उनके प्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर जा सके दरभंगा एम्स को इस पंडाल में आधा अधूरा दिखाया गया हैं जैसे दरभंगा एम्स निर्माण अभी आधा अधूरा है वैसे ही इस पंडाल को भी आधा अधूरा रखा गया हैं ताकि सरकार की नजर इस ओर भी जा सके मिथिला स्टूडेंट यूनियन के सदस्यों ने कहा दोनार दुर्गा पूजा समिति हमेसा से सिर्फ पूजा नहीं बल्कि अपने कलाकृतियों से लोगों को सन्देश भेजनें का भी काम किया हैं इससे पूर्व भी संगठन के द्वारा दोनार दुर्गा पूजा समिति को सम्मानित किया गया था जब बंद पड़े सकरी चीनी मिल का रूप यहाँ के पंडाल में दिया गया था और इस बार तो दरभंगा एम्स पंडाल ने हम लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया हैं की कैसे लोग बिना आंदोलन बिना आवाज उठाये सरकार को पूजा पंडाल के माध्यम से सन्देश भेज रहे हैं की यहाँ एम्स जैसे संस्थान का कितना जरुरत हैं संगठन के सदस्यों ने कहा वर्ष 2015 में दरभंगा एम्स के अलावा 8 एम्स की घोषणा की गयी थी जिसमे से लगभग 6 एम्स जिसमे स्वास्थ्य सुविधा के अलावा मेडिकल की पढ़ाई भी शुरू हो चुकी हैं लेकिन घोषणा के 5 साल बीत जाने के बाबजूद निर्माण स्थल पर एक ईंट तक नहीं गिरना सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा हैं बीते 8 सितम्बर को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा एम्स स्थल पर शिलान्यास की घोषणा की गयी थी लेकिन प्रशासन से इजाजत नहीं मिलने के कारण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया प्रशासन के द्वारा निषेधाज्ञा लगाकर आंदोलन को कमजोर किया गया जिसके बाद निर्णय लिया गया गांव गांव जाकर जनता को जागरूक करके बड़े आंदोलन की तैयारी करके मिथिला विरोधी सत्ता व प्रशासन को सबक सिखाने का काम करेंगे कहा नागपुर एम्स 2014 में घोषित हुआ था, मात्र 4 साल के अंदर 2018 में बनकर तैयार हो गया और अब सेवा में है। गोरखपुर एम्स 2014 में घोषित हुआ, 2016 में शिलान्यास किया गया प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा और मात्र 3 साल के अंदर 2019 में ओपीडी शुरू हो गया और अब सेवा में है। 2018 में तेलंगाना में एम्स घोषित हुआ, पार्शियली फंक्शनल है। 2017 में देवघर, राजकोट में एम्स घोषित हुआ, दोनों जगह क्लास स्टार्टेड है। 2015 में विजयपुर, विलासपुर, गुवाहाटी में घोषित हुआ, क्लासेज शुरू है। वहीं दरभंगा एम्स आजतक अपने शिलान्यास का इंतजार कर रहा है इस मौके पर एमएसयू के संस्थापक सदस्य अनूप मैथिल छात्र नेता अमन सक्सेना अभिषेक कुमार झा,प्रसून चौधरी,प्रखर झा,राजशेखर चौधरी,अर्जुन कुमार,विनय कुमार,शिवमोहन,गोपी कुमार,राजेश मण्डल,बलराम दास,पंकज दास,नवीन कुमार,मनीष कुमार,कामोद मण्डल,राजा पासवान,राजेश मण्डल,अमित कुमार,संजीव दास,रामाशंकर दास,चन्दन दास,सुमन दास,छोटू साह,गणेश दास,नीलेश,नीरज कुमार मण्डल आदि मौजूद रहे।

Check Also

भच्छी से पैक्स अध्यक्ष पद के लिए सामाजसेवी कालीचरण यादव ने अपना नामांकन पत्र किया दाखिल 

🔊 Listen to this भच्छी से पैक्स अध्यक्ष पद के लिए सामाजसेवी कालीचरण यादव ने …