सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा फूलो पासवान की अध्यक्षता में हुई सभी शिक्षकों की महत्वपूर्ण बैठक
अधिकतम समय देकर छात्रहित, शिक्षकहित तथा महाविद्यालय के हित में कार्य करूंगा- डा फूलो
शिक्षकों का पूर्ण सहयोग अपेक्षित, सामूहिक विचार-विमर्श से होगा सभी समस्याओं का निदान- प्रधानाचार्य
प्रधानाचार्य ने सभी शिक्षकों से परिचय प्राप्त कर उनकी समस्या व निदान पर विस्तार से बातचीत की
सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डा फूलो पासवान की अध्यक्षता में महाविद्यालय के सभी शिक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक सेमिनार हॉल में आयोजित की गई, जिसमें प्रो इंदिरा झा, प्रो मंजू राय, प्रो गिरीश कुमार, डा अवनि रंजन सिंह, डा पी के चौधरी, डा जफर आलम, डा आर एन चौरसिया, डा जिया हैदर, डा प्रीति कानोडिया, डा अशोक कुमार पोद्दार, डा आशीष वरियार, प्रो संजीव कुमार, डा सुधांशु कुमार, डा मयंक श्रीवास्तव, डा मीनाक्षी राणा, डा रीता दुबे, डा तनीमा कुमारी, डा रीना कुमारी, प्रो रागनी रंजन, प्रो दिवाकर सिंह, डा अखिलेश कुमार विभू ,डा आलोक राय, डा ललित शर्मा, डा मसरूर सोगरा, डा प्रगति कुमारी, डा अनुपम सिंह, प्रो विकास कुमार, डा शशांक शुक्ला, डा मीनू कुमारी, प्रो अमृत झा, डा विजयसेन पांडे, डा पुनीता कुमारी, डा दिव्या शर्मा, प्रो अखिलेश राठौर, डा नफासत कमाली आदि उपस्थित थे। बैठक में अमरजीत कुमार, सुरेश पासवान, ललन कुमार, विकास कुमार व राजाराम पासवान आदि ने सराहनीय सहयोग किया।
अपने संबोधन में प्रधानाचार्य ने कहा कि मिथिला की मेधाशक्ति उर्वर रही है जो आज भी दिखती है। शिक्षक अध्यापन, वीक्षण एवं मूल्यांकन के साथ ही शोधकार्य को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने नैक सहित अन्य कार्यों के लिए शिक्षकों के पूर्ण सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि सामूहिक विचार-विमर्श से हर समस्या का निदान किया जाएगा। मैं भी अधिकतम समय देकर छात्रहित, शिक्षकहित तथा महाविद्यालय के हित में कार्य करूंगा। उन्होंने आज के छात्रों को उच्चारण एवं आचरण दोनों से उत्तर आधुनिक बताते हुए छात्रों के लिए 75% वर्ग में उपस्थिति को अनिवार्य बताया। प्रधानाचार्य ने शिक्षक क्लव हेतु अखबार तथा जर्नल व पुस्तकालय की समुचित व्यवस्था करने की घोषणा करते हुए कहा कि शिक्षक प्रशासनिक कार्यों में भी कॉलेज को सहयोग करें।
समाजशास्त्र विभाग अध्यक्ष डा पी के चौधरी ने महाविद्यालय को ऊर्जावान प्रधानाचार्य देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इंटर एवं मैट्रिक की परीक्षा के दौरान ऑनलाइन वर्ग की व्यवस्था की अनिवार्यता को रेखांकित किया।
डा अवनि रंजन सिंह व डा अशोक कुमार पोद्दार ने विस्तार से अपनी बातों को रखते हुए नैक, बीबीए व बीसीए की जानकारी देते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया ने महाविद्यालय में संचालित 7 सर्टिफिकेट कोर्सों की विस्तार से जानकारी दी। वहीं अनेक शिक्षकों ने विभाग एवं कॉलेज की कई समस्याओं को बताकर प्रधानाचार्य से शीघ्र निदान की मांग की।
प्रारंभ में प्रधानाचार्य ने सभी शिक्षकों से परिचय लेते हुए उनका स्वागत किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो इंदिरा झा ने कहा कि हमलोगों की अपेक्षा से अधिक अच्छी बैठक संपन्न हुई।