शिशु की पहली गर्मी है, त्वचा हो सकती है खराब
-तेज़ धूप में छह महीने के बच्चे को बाहर निकालने से करें परहेज- डॉ विवेकानंद
-नवजात को कुछ देर बगैर नैपी के रखें
शारिरिक समस्या होने पर तुरन्त सरकारी अस्पताल में करें सम्पर्क
दरभंगा शिशु की पहली गर्मी है तो जरा संभलकर रहें । क्योंकि छोटी-सी गलती भी बच्चे की त्वचा और सेहत पर असर पर सकता है। डीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विवेकानंद ने बताया किसी के लिए भी गर्मी को झेलना आसान नहीं होता और बच्चों के लिए तो गर्मियों का मौसम कुछ ज्यादा मुश्किल साबित होता है। वहीं अगर शिशु की पहली गर्मी है, तो आपकाे ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत होती है। गर्मी में बच्चे को लू लगने, घमौरियों और त्वचा से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में माता पिता की जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है क्योंकि उन्हें अपने नवजात शिशु की देखभाल में बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है। यदि बच्चे की भी पहली गर्मी है तो यहां जान लें कि किस तरह उसकी देखभाल कर सकते और गर्मी से बचाने के लिए शिशु को किन चीजों की जरूरत होती है।
सही कपड़े चुनें-
डॉ विवेकानंद ने कहा गर्मी में शिशु को सूती और ढीले कपड़े पहनाएं क्योंकि इससे बच्चे की स्किन सांस ले पाती है। ठंडी रहती और हीट रैशेज नहीं होते हैं। कोशिश करें कि धूप के समय शिशु को घर से बाहर न निकालें। अगर बाहर जाना भी पड़ रहा है तो शिशु को सिर पर सूती कैप पहनाकर रखें और धूप के सीधे संपर्क में आने से बचाएं।
धूप से करें बचाव-
सुबह के 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक तेज गर्मी पड़ती है इसलिए इस समय में 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को घर से बाहर नहीं निकालना चाहिए। शिशु की स्किन में बहुत कम मेलानिन होता है जिससे बालों, स्किन और आंखों को अपनी रंगत मिलती और यह सूर्य की किरणों से भी बचाता है। अगर 6 महीने से कम उम्र के शिशु को तेज़ धूप में निकालते हैं, उसकी स्किन को सीधा नुकसान पहुंच सकता है।
नैपी हमेशा नहीं है जरूरी-
खासतौर पर गर्मी के मौसम में शिशु को कुछ देर के लिए बिना नैपी के रखें। सूती नैपी या डिस्पोजेबल नैपी शिशु को इस मौसम में गर्म रख सकता है। जिससे बच्चे को पसीने की वजह से जांघों और पेट पर रैशेज हो सकते हैं। इसलिए दिन के किसी भी समय में शिशु को बिना नैपी के कुछ देर रखें। दिन में कम से कम दो बार शिशु को 10 से 15 मिनट के लिए बिना नैपी के रखें।
टैलकम पाउडर का न करें प्रयोग-
टैलकम पाउडर स्किन से नमी को सोख सकता और गर्मी के मौसम में शिशु की स्किन को ड्राई कर सकता है। बच्चे की नाक से टैलकम पाउडर को बिल्कुल दूर रखें। आप नैपी बदलते समय शिशु की जांघों पर टैलकम पाउडर लगा सकती और नहलाने के बाद भी इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। डॉ विवेकानंद ने कहा किसी प्रकार की समस्या होने पर निकट के सरकारी अस्पताल में सम्पर्क कर सकते है। बिना किसी चिकित्सक की सलाह से दवा न दें।