CCA व NRC के खिलाफ होगा 19 दिसंबर को विशाल मशाल जुलुस
23 दिसंबर को होगा कमिश्नरी पर विशाल प्रदर्शन, हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी होंगे शामिल
CCA व NRC के खिलाफ आयोजित 23 दिसंबर, 2019 को विशाल विरोध प्रदर्शन की तैयारी को लेकर आज आॅल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ एवं अन्य सामाजिक संगठनों एवं जिम्मेदारों ने जिला में प्रचार गाड़ी को रवाना किया। जगह-जगह, शहर-शहर, गाँव-गाँव में मीटिंगें आयोजित की जा रही हैं। गाँव-गाँव में CAA व NRC को लेकर आक्रोष चरम पर है। अब देश मोदी-अमित शाह की तानाशाही रवैया और संविधान विरोधी रवैया को बर्दाश्त नहीं करेगी। उक्त बातें ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी करवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि आज देश भर में बाबा साहेब के द्वारा लिखित संविधानों को रौंदा जा रहा है। बाबा साहेब के संविधान की जगह पर भाजपा मनुस्मृति को लागू करना चाहती है। अब देश की जनता मोदी अमित शाह के हुकूमत को बर्दाश्त नहीं करेगी और 23 दिसंबर को हजारों हजार साझी संस्कृति विरासत के लोग मोदी-अमित शाह के संविधान विरोधी साजिश को बेनकाब करेंगे। उन्होंने कहा कि आज जब देश में एक-एक कर स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यबोधों को पलटा जा रहा है और देश को धर्म निर्पेक्ष राष्ट्र से भगवा राष्ट्र में बदलने की नित्य कोशिशें हो रही हैं। हमें मजबूती से साझी विरासत की आवाज को बुलंद करनी होगी। इसी कड़ी में 19 को विशाल मशाल जुलुस किलाघाट से संध्या 5 बजे निकाला जायगा और 23 दिसंबर, 2019 को दरभंगा कमिश्नरी पर विशाल प्रदर्शन आयोजित होगा। 23 दिसंबर के कमिश्नरी स्तर के विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित होंगे। कार्यक्रम की तैयारी में नेयाज अहमद साहब (पूर्व एडीएम), प्रो0 शाकिर खलीक, मौलाना इरफान अहमद सलफी, काजी अरशद रहमानी, डा0 ए0एन0 आरजु, एजाज अहमद खान कल्लु, कारी नसीम अखतर, अताउल्लाह खान पुट्टु खान, अमानुल्लाह खान उर्फ अल्लन, सिबगतुल्ला उर्फ डब्बु खान, डा0 तसकीन आजमी, उमर अली खान, दानी खान, नफिसुल हक रिंकु, रेयाज खान कादरी, खालिद रजा कादरी, बरूलहोदा खान, शाहिद परवेज, रियासत अली, सैयद आफताब आलम, उमर आलम, नुसरत अली, शरफे आलम तमन्ना, शकील सलफी, तनवीर आलम (नौशाद), रूस्तम कुरैशी, साजिद कुरैशी, शाहिद अतहर, मो0 शाहिद, राजा खान, नौशाद अहमद, डा0 इमामुलहक इमाम, हाफिज लईक मंजर वाजदी, हारून रशीद, निसार अहमद बंडी वाले, शाह मो0 शमीम, खलीकुज्जमा उर्फ पप्पु, फिदा हुसैन भुटटू कुरैशी, मोतिउर रहमान मोती, मो0 हीरा, सफीउर रहमान, राजा अंसारी, साजिद हुसैन, फवाद गजाली, अकरम सिद्दीकी, सैयद अखतर हसन, इकबाल हसन, नवाब अख्तर, ई0 इश्तेयाक, मो0 इरफान, मो0 अशरफ सुबहानी, मनोज पासवान, मो0 तालिब, अरूण मंडल, कारी मो0 सईद जफर, रेजाउल्लाह अंसारी, राजु जी, सोनु कुमार, हाफिज नेयाजुद्दीन नूरी, सलमान अहमद, राजु झा आदि बड़ी संख्या में सभी लोग लगे हुए हैं। इस जुलूस को निम्न संगठनों जिसमें इमारत शरीया, इदारा शरीया, जमीअत उलेमा हिन्द, जमीअत अहले हदीस, अंजुमन खुददाम-ए-मिल्लत, अंजुमन कारवान-ए-मिल्लत, दरभंगा जिला मुहर्रम कमिटि, आॅल इंडिया जमीअत-उल-कुरैश, राष्ट्रीय उलेमा कांसिल, भीम आर्मी, जिला जमीअत-उर-राईन, मिथिला समाजवादी शक्ति, वाम दल एवं अन्य कई समाजिक एवं राजनीतिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है।