सांसद गोपालजी ठाकुर से मिला अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल
मिथिला
के सर्वांगीण विकास के लिए नेशनल एग्रोकाॅरिडोर की स्थापना सहित कई अन्य मुद्दों पर की चर्चा
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में ‘आत्मनिर्भर बिहार, आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प से उत्साहित अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के सदस्यों ने बुधवार को समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष-सह-विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू के नेतृत्व में दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान समिति के सदस्यों ने ‘सुझाव आपका जिम्मेदारी हमारी’ अभियान के अंतर्गत लखनऊ से सिल्चर तक के ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर को नेशनल एग्रोकॉरिडोर के रूप में घोषित किए जाने के लिए सक्रिय पहल करने का सांसद से अनुरोध किया।
मौके पर डॉ बैजू ने भारत सरकार द्वारा किए गए कृषि बिल में संशोधन को उत्तर-पूर्वी भारत के करोड़ों किसानों के लिए फायदेमंद बताते हुए कहा कि नेशनल एग्रोकाॅरिडोर बनने से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम सहित बाढ़ प्रभावित बिहार एवं असम के करोड़ों किसानों को सीधा फायदा मिलेगा। उन्होंने सांसद को बताया कि बिहार में एग्रोकॉरिडोर की लंबाई के 500 किलोमीटर क्षेत्र में दर्जनों नदियां, आधा दर्जन से अधिक विकसित जिले, दो स्मार्ट सिटी एवं रेलवे के दो मंडल क्षेत्र अंतर्गत दो सौ से अधिक रेलवे स्टेशन, दरभंगा एवं पूर्णिया एयरपोर्ट सहित राजेंद्र केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय और अनेक कृषि संस्थान स्थापित हैं। उन्होंने नेशनल काॅरिडोर की संभावनाओं का मूल्यांकन विशेषज्ञ संस्थानों से कराकर इसके समुचित क्रियान्वयन की दिशा में सांसद से व्यक्तिगत पहल करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने कोसी महासेतु का नामकरण अटल महासेतु के रूप में किए जाने हेतु आवश्यक पहल करने का भी करोड़ों मिथिलावासी की ओर से पहल करने का सांसद से अनुरोध किया।
समिति के अंतराष्ट्रीय संयोजक प्रो अमरेंद्र कुमार झा ने कहा कि नेशनल एग्रोकॉरिडोर बनने से आत्मनिर्भर बिहार आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को नई शक्ति प्राप्त होने के साथ ही इस क्षेत्र से होने वाले प्रतिभा पलायन को भी सहज ही रोका जा सकेगा। इससे फसलों की पैदावार बढ़ने के साथ ही राज्य के राजस्व में बेतहाशा वृद्धि होना अवश्यंभावी है।
समिति के सदस्यों को उनकी उम्मीदों पर शत-प्रतिशत खरा उतरने का भरोसा दिलाते हुए सांसद गोपाल जी ठाकुर ने एनडीए सरकार द्वारा मिथिला के विकास के क्षेत्र में किए कार्यों की जानकारी देते कहा कि आजादी के बाद से लेकर अब तक काबिज केंद्र व राज्य की सरकारों ने मिथिला के विकास को मिथिलांचल की राजनीति में उलझा कर ऐसा रखा कि बिहार व भारत के मानचित्र से मिथिला शब्द को ही गायब कर दिया गया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार में ना तो मिथिला की अस्मिता को किसी तरह का ग्रहण लगेगा और न ही इसका विकास ही अवरूद्ध होगा। सांसद ने बताया कि मखान की जीआई टैगिंग मिथिला मखान के नाम से करने के लिए केंद्रीय मंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। वहीं, दरभंगा के मखाना अनुसंधान केंद्र में जल्दी ही राष्ट्रीय शब्द जोड़कर इसकी पूर्व की यथास्थिति बहाल की जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषि बिल में संशोधन से मिथिला के आम किसानों को फायदा होने के साथ ही मांछ और मखान की खेती को नया विस्तार मिलेगा। उन्होंने बताया कि एम्स और एयरपोर्ट के बाद दरभंगा में जल्दी ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखे जाने के साथ ही डीएमसीएच को सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
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