एकता के वल पर बलवान शत्रु को भी पराजित किया जा सकता है। डॉ0 मो0 रहमतुल्लाह
लोह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल को विनम्र श्रदांजलि- डॉ0 अशोक कुमार सिंह
कुँवर सिंह महाविद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कुँवर सिंह महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। इय मौके पर डॉ0 मो0 रहमतुल्लाह ने कहा की हमारा देश विभिन्न संस्कृतियों का देश है जो समूचे विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है। अलग.अलग संस्कृति और भाषाएं होते हुए भी हम सभी एक सूत्र में बंधे हुए हैं तथा राष्ट्र की एकता व अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। संगठन ही सभी शक्तियों की जड़ हैएएकता के बल पर ही अनेक राष्ट्रों का निर्माण हुआ है प्रत्येक वर्ग में एकता के बिना देश कदापि उन्नति नहीं कर सकता। एकता में महान शक्ति है। एकता के बल पर बलवान शत्रु को भी पराजित किया जा सकता है।
राष्ट्रीय एकता का मतलब ही होता है ए राष्ट्र के सब घटकों में भिन्न.भिन्न विचारों और विभिन्न आस्थाओं के होते हुए भी आपसी प्रेमए एकता और भाईचारे का बना रहना। राष्ट्रीय एकता में केवल शारीरिक समीपता ही महत्वपूर्ण नहीं होती बल्कि उसमें मानसिक बौद्धिक वैचारिक और भावात्मक निकटता की समानता आवश्यक है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के सवन्यक डॉ0 अशोक कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा की भारत विभिन्न संस्कृतिय धर्मों और सम्प्रदायों का संगम स्थल है। यहां सभी धर्मों और सम्प्रदायों को बराबर का दर्जा मिला है। हिंदु धर्म के अलावा जैन मुस्लिम बौद्ध और सिक्ख धर्म का उद्भव यहीं हुआ है। अनेकता के बावजूद उनमें एकता है। यही कारण है कि सदियों से उनमें एकता के भाव परिलक्षित होते रहे हैं। शुरू से हमारा दृष्टिकोण उदारवादी है। हम सत्य और अहिंसा का आदर करते हैं। इस मौके पर उन्होने सदार वल्लभ पटेल के जयंती के अवसर पर विन्रम श्रदांजलि अर्पित किया।
सभा को प्रधानाचार्य डॉ0 मो0 रहमतुल्लाह के द्वारा छात्र/छात्राए शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ दिलाय के मै सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूँ में राष्ट्र की एकता अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूँ। जिसे सरदार बल्लभभाई पटेल की दूररर्शिता एवं कार्यो द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकक्ल्प करता हॅँ। इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक शिक्षक व कर्मचारी ने अपना भरपूर योगदान दिया है।