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बदलकर अपना व्यवहार, करें कोरोना पर वार संवाददाता अजित कुमार सिंह

बदलकर अपना व्यवहार, करें कोरोना पर वार

अस्पतालों में मरीज का दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करना है जरूरी
सार्वजनिक स्थानों पर फेस-कवर/मास्क ना पहनने के कोई बहाने नहीं
– 2 गज की दूरी, मास्क है जरूरी
– कोविड-19 के दौर में आपकी सतर्कता ही संक्रमण से आपको रखेगी दूर

दरभंगा, 2 नवंबर।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा कोविड- 19 को लेकर लगातार दिशानिर्देश जारी किये जा रहे हैं। वहीं सुरक्षा और बचाव की कवायद भी जारी है। लेकिन इन सब के मध्य भी संक्रमण कम नहीं हो रहा है। इसका मुख्य कारण अभी भी लोगों में सतर्कता और जागरूकता का अभाव है। कई लोग इसे आज भी हल्के में ले रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे इसके प्रभाव में नहीं आएंगे। ऐसे में नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। लेकिन उन्हें यह ध्यान में रखना चाहिए कि आज कोविड-19 की चपेट में कई ऐसे लोग आ चुके हैं, जिनके संक्रमण में आने की संभावना नहीं थी। कई राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री भी संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में सोचने की बात यह है कि जब ऐसे लोग संक्रमित हो सकते हैं, तो हम और आप क्यों नहीं। इसलिए हम लोग अपने व्यवहार में परिवर्तन ला कर कोरोना पर वार कर सकते हैं अस्पताल या किसी अन्य भीड़भाड़ वाले जगह पर जाएं तो 2 गज शारीरिक दूरी बनाए रखें तथा मास्क का निश्चित प्रयोग करें।

अस्पताल आने वाले मरीज भी करें कोविड 19 सुरक्षा मानकों का पालन:
अस्पतालों में आने वाले मरीज इस दौरान न तो शारीरिक दूरी (दो गज या छह फीट) और न ही मास्क और स्वच्छता का ही ख्याल रखा जा रहा है। यहां लोगों की भीड़ भी अक्सर बढ़ जाती है। इसलिए ऐसे जगहों पर लोगों को जागरूक और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों को भी संक्रमण के बढ़ते प्रभाव पर सजग रहकर सतर्कता बरतनी चाहिए तथा कोविड 19 सुरक्षा मानकों का पालन करना चाहिए।

गर्भवती महिला, बच्चों तथा बुजुर्ग को ज्यादा सतर्क रहने की की जरूरत:
अस्पताल में आने वाले मरीजों बच्चों तथा बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि इनमें संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। उन्होंने बताया जब नवजात को अस्पताल ले जाएं तो किसी साफ तौलिए से पूर्ण रूप से ढक कर ले जाएं। ध्यान रहे बच्चे को सांस लेने में कठिनाई ना हो। वहीं बुजुर्ग जब भी अस्पताल जाएँ मास्क जरूर लगाएं। गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व जांच अनिवार्य है। इसीलिए जब भी अस्पताल जाएँ पूर्ण रूप से एहतियात बरतकर ही जाएं।

सभी को समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी:
सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कोविड-19 को हराना है तो देश के सभी जिम्मेदार नागरिकों को केंद्र व राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। संक्रमण के इस दौर में डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। अगर हम इसका बेहतर रूप से पालन करेंगे और अपने साथ दूसरों का भी ख्याल रखेंगे तभी देश जल्द इस महामारी से मुक्त हो सकेगा। इस समय हम सभी का यही कर्तव्य है कि हम पूरी सुरक्षा, गंभीरता, योग्यता, क्षमता और सतर्कता के साथ इस चुनौती का डटकर सामना करें और स्वयं के बचाव के साथ अपने आसपास के लोगों को भी संक्रमण से मुक्त रखें।

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
– व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
-बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
-साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
– छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें
-उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंकें .
-घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
– बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
– मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
– बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
– कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
– बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

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