दरभंगा … अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा जिला इकाई द्वारा पूरे बिहार के साथ दरभंगा जिले के विभिन्न महाविद्यालय से इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद किये जाने पर अभविप कार्यालय पर बैठक आयोजित किया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा जिला संयोजक सूरज मिश्रा ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का एक तुगलकी फरमान जारी हुआ है
जिस राज्य में शिक्षा व्यवस्था पहले से ही चौपट हो उस राज्य में एक साथ 597 महाविद्यालय से जिस प्रकार इंटरमीडिएट की पढ़ाई को खत्म किया गया है, यह एक सुनियोजित साजिश है की एक बार पुनः बिहार को अंधकार युग में डालने का छात्र के भविष्य के साथ खेलने का अधिकार किसी को प्राप्त नहीं है , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसे किसी भी तुगलकी फरमान का हर स्तर से विरोध करेगा ऐसे किसी भी तुगलकी फरमान से शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी जहां छात्र के अनुपात में ना तो महाविद्यालय है , ना तो शिक्षक हैं , वैसे जगह एक साथ इतनी बड़ी संख्या में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करना एक पूरे जेनरेशन के साथ में खिलवाड़ है, ऐसे किसी भी कार्रवाई का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद घोर निंदा करती है और इस तरह के तुगलकी फैसले को अगर अविलंब रद्द नहीं किया जाता है , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हर स्तर से विरोध करेगी।
वहीं इस अवसर पर अभाविप के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुमित सिंह ने कहा कि केवल 597 महाविद्यालय से पढ़ाई ही नहीं बंद की जा रही है, बल्कि एक बड़े आबादी को बिहार से छात्रों के रूप में पलायन अन्य प्रदेश में करने की एक साजिश है, ताकि पैसे के अभाव में बिहार का एक बड़ी जनसंख्या पढ़ाई से वंचित रह जाए, बिना किसी रोड मैप के इस तरह की कार्रवाई मानव तानाशाही व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है विगत कई वर्षों के इतिहास को अगर हम देखते हैं तो हम पाते हैं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अपने कार्यों में कहीं पर नहीं टिकती है कभी टॉपर घोटाला जब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अपने बुनियादी कार्यों में नहीं सकती है तो संभवत अपने कमियों को छुपाने हेतु इस तरह का कार्य ध्यान भटकाने के उद्देश्य कर रही है, लेकिन चिर निंद्रा में सोई हुई मैं बिहार सरकार से भी मांग करता हूं कि अगर जल्द इस तरह के फैसले को नहीं रोका गया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र हित में एक बड़ा आंदोलन करेगी क्योंकि छात्र हित का किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा किस जगह शिक्षा व्यवस्था अभी भी पूरी आबादी को प्राप्त नहीं हो पा रही है, वैसे जगह नई शिक्षा व्यवस्था नए महाविद्यालय को तैयार करने का सरकार के पास परीक्षा समिति के पास किसी प्रकार का विजन नहीं है वहीं जहां पहले से सुनियोजित तरीके से पढ़ाई चल रही हो वहां बंद करना यह किस ओर इशारा कर रहा है शायद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति बिहार के लोगो को यह कहना चाहती है कि हां मैं बिहार को वही ले जाना चाहता हूं जहां से केवल बिहार से देश को मजदूर मिले, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसे किसी भी मनसा को पूर्ण नहीं होने देगी, केवल दरभंगा में ही 21 इंटर कॉलेजों का संवद्धता रद्द कर दी गई है इस तरह के हिटलर शाही फैसला का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कड़ी शब्दों में निंदा करती है और छात्र हित के लिए विद्यार्थी परिषद हर लड़ाई लड़ने को तैयार है ।
इस अवसर पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य पिंटू भंडारी, मणिकांत ठाकुर, राकेश कुमार, आर्यन कुमार, दीपक कुमार, शिवेंद्र नाथ, अमित कुमार, सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
वही इंटर कॉलेजो का सम्बधता रद्द होने के खबर के बाद अभविप जाले इकाई जाले इंटर कॉलेज पहुच कर वहा प्रधानाचार्य से मिला और सारे मुद्दो पर बात किया और आन्दोलन की चेतावनी दिया गया, जिसमे ABVP के नगरमंत्री अभीराम ठाकुर, अध्यक्ष सुबोध कु राय,, पूर्व नगरमंत्री संदीप कुमार मेहता, रवि पाठक, पारस ठाकुर, रंजीत कुमार एवम अन्य कार्यकर्ता मौजुद थे।
Check Also
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर की बैठक
🔊 Listen to this जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर …