ब्लैक फंगस को लेकर सरकार ने जारी की एडवाइजरी
सरकार ने ब्लैक फंगस को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है इसमें कहा गया है कि को बिरयानी संक्रमण के उपरांत ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइक्रोसिस चेहरे नाक, साइनस आंख और दिमाग में फैल कर उसको नष्ट कर देती है कोविड- के बाद ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइक्रोसिस ने पूरे देश में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
किसे हो सकता है?
1, कोविड के दौरान स्टेरॉयड दवा दी गई हो डेक्सामेथाजोन, मिथाइल प्रेडनिसोलोन इत्यादि।
2, कोविड मरीजों को ऑक्सीजन पर रखना पड़ा हो या आईसीयू में रखना पड़ा हो
3, डायबिटीज का अच्छा नियंत्रण ना हो
4, कैंसर किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि के लिए दवा चल रही हो
क्या है लक्षण
5 , चेहरे में एक तरफ दर्द हो सूजन हो या सुन हो तूने पर छूने का एहसास ना हो
6 ,दांत में दर्द हो दांत हिलने लगे चबाने में दर्द हो
7,उल्टी में या खांसने पर बलगम में खून आए।
क्या करे
उपयुक्त में से कोई भी लक्षण होने पर तत्काल सरकारी अस्पताल में या किसी अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं नाक कान गले आंख मेडिसिन चेस्ट या प्लास्टिक सर्जरी विशेषज्ञ से तुरंत दिखाएं और लग कर इलाज शुरू करें।
सावधानियां
स्वयं या किसी गैर विशेषज्ञ डॉक्टर के दोस्त मित्र या रिश्तेदार के कहने पर स्टेरॉयड दवा कतई शुरु ना करें। स्ट्राइड दवाई जैसे डेक्सोना, मेडरॉल इत्यादि स्टेरॉयड का प्रयोग विशेषज्ञ डॉक्टर कुछ ही मरीजों को केवल 5 से 10 दिनों के लिए देते हैं। वह भी बीमारी शुरू होने के 5 से 7 दिनों बाद केवल गंभीर मरीजों को इसके पहले बहुत सी जांच आवश्यक है।
लक्षण के पहले 5 से 7 दिनों में स्टेराइड देने से दुष्परिणाम होते हैं बीमारी शुरू होते ही स्टेरॉयड शुरू ना करें इससे बीमारी बढ़ जाती है इलाज शुरू होने पर डॉक्टर से पूछे कि इन दवाओं में स्ट्राइड तो नहीं है अगर है तो यह दवाएं मुझे क्यों दी जा रही है स्ट्राइड शुरू होने पर विशेषज्ञ डॉक्टरों के नियमित संपर्क में रहें। इस जानकारी को खुद तक ना रखें इसे अपने सभी परिवार और दोस्तों और सभी के साथ शेयर करें आपको नहीं पता कि इस जानकारी को शेयर करके आपको कितनी जान बचा रहे हैं इसे शेयर करें और लोगों की मदद करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को जानकारी हो सके एवं ब्लैक फंगस से बचाव हो।