Breaking News

दरभंगा आइसा ललित नारायण मिथिला विवि स्तरीय नेताओ की बैठक आयोजित।

 

आइसा ललित नारायण मिथिला विवि स्तरीय नेताओ की बैठक आयोजित।

विश्वविद्यालय को बर्बाद करने की साजिश के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना वक्त की मांग – धीरेन्द्र

विश्वविद्यालय में शैक्षणिक व प्रशासनिक अराजकता के खिलाफ विश्वविद्यालय अंतर्गत चारों जिला में 23 जून को होगा प्रतिवाद – संदीप

 

दरभंगा ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन(आइसा) ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय स्तरीय नेताओ की बैठक गूगल मीट एप के माध्यम से आयोजित की गई। बैठक में भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य सह आइसा के संस्थापक महासचिव धीरेन्द्र झा भी मौजूद थे।

बैठक की संचालन आइसा राज्य सह सचिव व ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय संयोजक संदीप कुमार चौधरी ने किया।

बैठक को सबोधित करते हुए भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र ने कहा कि पूरा देश व मिथिलांचल कोरोना बीमारी से लड़ रहा है।छात्रों को सही तरीके से टिका भी नही पड़ा है। लेकिन सरकार इस आपदा को अवसर में बदल रही है। बिहार जैसे राज्य में जब तक गांवों को विकसित नही बनाया जाएगा, सुदूर इलाका वाले कॉलेजो को विकसित नही बनाया जाएगा तब तक ऑनलाइन पढ़ाई कतई सम्भव नही है।
उन्होने कहा कि आज जरूरत हैं की पहले ऑफलाइन क्लास के लिए गांव-गांव में अभियान चलाकर छात्र-छत्राओ को कॉलेज व विवि जाने को लेकर प्रेरित किया जाय।
श्री झा ने कहा आज बिहार के विवि में यूपी मॉडल को स्थापित किया जा रहा है। एक कुलपति के भरोसे बिहार के कई विवि चल रहा रहे है।जो व्यक्ति का साइंस से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है वो आर्यभट विश्वविद्यालय के कुलपति है और जिनका एग्रीकल्चर से कोई लेना देना नही है वो पूसा एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय के चांसलर है ये उच्च शिक्षा का स्तर बना दिया गया है जिसके खिलाफ नागरिक प्रतिवाद तेज करने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि विवि की स्वायत्तता को बचाने के लिये आइसा आन्दोलन को और तेज करना होगा।

वही आइसा राज्य सह सचिव व विश्वविद्यालय संयोजक संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक व प्रशासनिक अराजकता का माहौल चरम पर है।विश्वविद्यालय प्रशासन महाविद्यालय के स्वायत्तता तो खत्म कर सेंटरलाइज क्लास चलवा रही है जिसका फायदा छात्रों को नहीं मिल रहा है।सभी महाविद्यालय को क्लास चलवाने के लिए प्रेरित करने के बजाय विश्वविद्यालय क्लास के नाम पर खाना पूर्ति मात्र की रही है।उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन एक सहायक प्रोफेसर को खुश करने के लिए सीएम लॉ कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य को हटा कर सीएम साइंस कॉलेज के प्रधानाचार्य को प्रभारी बना दिया गया जो कि नियम के विरुद्ध है।उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की मनमानी और छात्रों के ज्वलंत सवालों को लेकर आगामी 23 जून को चारो जिले में आइसा प्रतिवाद करेगी और मांग पत्र सौपेगी।

बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष व समस्तीपुर जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय की खराब व्यवस्था के कारण कई छात्रों का फॉर्म नही भराया है यूजी पीजी में सीट की कमी के कारण गरीब परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा लेने से महरूम हो रहे है।विश्वविद्यालय प्रशासन की गलत नीति ने पिछले साल सैकड़ों टेलेंट छात्रों को नामांकन लेने से वंचित कर दिया यदि नामांकन में पारदर्शिता नहीं रहती है तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।

वही बैठक में बेगूसराय जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय मुख्यालय से 130 किलोमीटर दूरी पर बेगूसराय के कॉलेज है यहां के छात्रों को छोटे छोटे काम के लिए भी विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना परता है।बेगूसराय में बना विस्तार केंद्र बनने के समय से ही बंद पड़ा हुआ है जिसका लाभ छात्रों को नहीं मिल पा रहा है अभिलंब विस्तार केंद्र चालू होना चाहिए।बैठक से 23 को प्रतिवाद कर मांग पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया साथ ही छात्रों व विश्वविद्यालय के समस्याओं पर विश्वविद्यालय बचाओ अभियान चलाने की योजना बनी।
बैठक में दरभंगा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज,जिला कार्यकारिणी सचिव मयंक कुमार यादव, ओणम सिंह,चंदन आजाद,मो.शम्स तबरेज,सूफियाना,समस्तीपुर जिला नेत्री प्रीति कुमारी,मनीषा कुमारी,रौशन कुमार,राजू कुमार झा,सुंदरम कुमार,जितेंद्र कुमार सहनी,बेगूसराय के नेता मो.एहतेशाम,माइकल सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।

Check Also

दरभंगा   जिलाधिकारी  कौशल कुमार की अध्यक्षता में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा बैठक हुई।

🔊 Listen to this • लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन विभाग के कार्यों की समीक्षा…   …