स्वतंत्रता सेनानी शोभाकांत दास के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने जताया शोक
गांधीवादी समाज सेवक शोभाकान्त दास के आकस्मिक निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने रविवार को शोक जताया. शोक संदेश में संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि उनके निधन से सम्पूर्ण मिथिलांचल में शोक व्याप्त है। मूलतः मधुबनी जिले के नवानी गांव के निवासी शोभा कान्त दास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि शोभा बाबू स्वतंत्रता संग्राम में काफी सक्रिय रहे तथा नोवाखोली में उन्हें गांधी का सानिध्य प्राप्त हुआ था. गांव में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद चेन्नई में उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया. गांधीवादी समाज सेवक होने के कारण लोकनायक जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर, मोरारजी देसाई, चंद्रशेखर, पीवी नरसिम्हा राव, एमजी आर, करुणानिधि आदि नेताओं से उनके घनिष्ठ संबंध रहे। मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा ने कहा कि चेन्नई में बिहार के लोगों के लिए दशकों तक अभिभावक के रूप में रहने वाले शोभा बाबू का व्यक्तित्व काफी निराला था. प्रो जीवकांत मिश्र ने गोयनका से उनकी निकटता के कारण सैकड़ों युवाओं को रोजगार दिलाने में उनकी भूमिका को रेखांकित किया. प्रवीण कुमार झा ने इमरजेंसी के दौरान लंबे समय तक कर्पूरी ठाकुर को छुपने में उनके द्वारा की गई मदद को महत्वपूर्ण बताते हुए उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व को अनुकरणीय बताया. शोक जताने वाले अन्य लोगों में विनोद कुमार झा, प्रो विजय कांत झा, चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, हीरा कुमार झा, दुर्गानंद झा महानंद ठाकुर, डॉ गणेश कांत झा, आशीष चौधरी, मणि भूषण राजू, पुरुषोत्तम वत्सआदि शामिल हैं।
Darbhanga News24 – दरभंगा न्यूज24 Online News Portal