पीएमडीटी प्रशिक्षण कार्यक्रम में यक्ष्मा रोगियों के उपचार में नयी तकनीक की दी जानकारी
क्षेत्रिय अपर निदेशक सिविल सर्जन, डब्लयूएचओ के अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया उदघाटन
दो दिवसीय कार्यक्रम में छह जिला के प्रतिभागियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
दरभंगा. वर्ष 2025 तक पूरे भारत को टीबी मुक्त बनाने को ले भारत सरकार के द्वारा देशभर में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत गुरूवार को निजी होटल में दो दिवसीय पीएमडीटी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल जिले के सभी वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक एवं वरीय यक्ष्मा प्रयोगशाला पर्यवेक्षक भाग ले रहे हैँ. कार्यक्रम का आयोजन अपर कार्यालय निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति एवं अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी यक्ष्म यक्ष्मा के निर्देशानुसार यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के सहयोगी संस्था डॉक्टर फॉर यू के सौजन्य से किया जा रहा है. इसका उद्घाटन क्षेत्रीय उपनिदेशक डॉ योगेंद्र महतो, सीएस डॉ अनिल कुमार सिन्हा, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ राजेंद्र चौधरी, डीएमसीएच के चेस्ट एंड टीवी एंड चेस्ट विभाग के डॉ ओपी गिरी, एनटीइपी डॉ हेमन्त कुमार, डब्ल्यूएचओ के डॉ उमेश त्रिपाठी, डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डॉ कुमार गौरव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. वर्कशॉप के तहत प्रमुख प्रशिक्षक डॉ उमेश त्रिपाठी एवं डॉ कुमार गौरव ने यक्ष्मा उन्मूलन के क्रम में हो रहे बदलाव तथा नयी गाइडलाइन की जानकारी यक्ष्मा कर्मियों को दी. साथ ही यक्ष्मा मरीजों की जांच एवं उपचार में नई तकनीक के बारे में विस्तार से बताया.
सीएस ने टीबी चैम्पियन को दिया प्रमाण- पत्र
उधर दुसरे कार्यक्रम टीबी सर्वाइवर्स से टीबी चैंपियन” तीन दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आज समापन हो गया. इसके तहत टीबी को हराने वाले चैम्पियनों को तीन दिनों के प्रशिक्षण के बाद सीएस डॉ अनिल कुमार, एसीएमओ डॉ सुधांशु शेखर झा, सीडीओ राजेन्द्र चौधरी डब्लयूएचओ के डॉ उमेश त्रिपाठी, रीच संस्था के स्टेट लीड बिपिन कुमार सिंह टीएमबी से सुदेश्वर सिंह आदि ने प्रमाण- पत्र दिया. मौके पर सीएस ने प्रशिक्षित सभी टीबी चैम्पियन को सभी प्रखंडों में जाकर टीबी रोगियों को जागरूक करने पर बल दिया. एसीएमओ डॉ झा ने टीबी सर्वावयर बने सभी चैम्पियनों को मैदान में उततर अन्य मरीजों की सेवा करने को कहा. सीडीओ ने सभ प्रखंड में काम करने वाले टीबी चैम्पियनों को अपने अनुभवों को अन्य मरीजों के बीच साझा करते हुये सरकारी योजनाओं को उनतक पहुंचाने की बात कही. डब्लयूएचओ के डॉ त्रिपाठी ने सभी प्रशिक्षकों को टीबी मरीजों के हित में स्वास्थ्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वयन स्थापित करने की अपील की. मौके पर यक्ष्मा पर्यवेक्षक गिरजा शंकर झा, गौतम कुमार लाल दास, मोहन कुमार, चंदन आदि मौजूद थे।