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शिशुओं के मस्तिष्क और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता रूम हीटर 

शिशुओं के मस्तिष्क और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता रूम हीटर

-ठंड में लगातार हीटर का इस्तेमाल बच्चों व वयस्कों के स्वस्थ्य के लिए हानिकारक- डॉ के के सिंह

-ब्लोवर व हीटर का अधिक इस्तेमाल अस्थमा के रोगियों के लिए नुकसानदेह

दरभंगा ठंड के मौसम में लोग अपने आप को गर्म रखने का प्रयास करते हैं। इसे लेकर कई तरह के उपाय घर में किए जाते हैं। बगैर जानकारी के किसी भी चीज का लगातार प्रयोग करने से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ के के सिंह के अनुसार जैसे-जैसे ठंड बढ़ने लगती है, लोग खुद को गर्म रखने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ करने लगते हैं। ठंड के दिनों में गांव या छोटे शहरों में तो लोग अंगीठी जलाते हैं, लेकिन बड़े शहरों में घरों में लोग आग कैसे जलाएं, तो इसलिए रूम हीटर, ब्लोअर का अधिक इस्तेमाल किया जाता है। अगर हीटर का भरपुर इस्‍तेमाल करते हैं तो इसके नुकसान और इससे जुड़ी सावधानियों को बरतने के बारे में भी पहले से ही जानना बहुत जरूरी है।

हवा में मौजूद जल जाती ऑक्सीजन-
डीएमसीएच के सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ के के सिंह के अनुसार इन हीटरों से निकलने वाली हवा गर्म और बेहद रूखी होती है जिससे स्किन रूखी और बेजान हो जाती है। इसके इस्तेमाल से घर की हवा में मौजूद ऑक्सीजन जल जाती है। इससे कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। जो कई बार जानलेवा भी हो सकती है। इससे सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
आंखों में हो सकती जलन की समस्या-
डॉ सिंह के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक हीटर न सिर्फ कमरे की हवा को शुष्क कर देता बल्कि आंखों की नमी भी छीन लेता है। जिससे ड्राई आई की समस्या हो जाती है। घर के कई हिस्सों में पानी भरकर रखें। ऐसा करने से घर की हवा में नमी बनी रहेगी। कमरे के अंदर की हवा एकदम शुष्क नहीं होगी।

घर में जहरीली गैसों का स्तर बढ़ा सकता है हीटर-
डॉ सिंह ने कहा नार्मल हीटर घर में कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे प्रदूषकों को छोड़ते हैं, जिससे शिशुओं के मस्तिष्क और अंगों को नुकसान पहुंचता है। कमरे में लगातार हीटर का इस्तेमाल बच्चों के साथ ही वयस्कों के स्वस्थ्य के लिए भी हानिकारक है। यह अस्थमा के रोगियों के लिए खतरा है जो और कई तरह के सांस के रोगों को जन्म देता है।
चर्म रोग की सम्भावना-
हवा से नमी गायब होने से त्वचा से नमी गायब होने लगती और त्वचा को रूखा बना देती है। अगर आपकी त्वचा पहले से शुष्क या सेंसिटिव है तो आपको पपड़ी पड़ने की शिकायत भी हो सकती है। त्वचा फटने पर इन्फेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है।
आकस्मिक दुर्घटना का कारण बन सकता है हीटर-
लोहे का हीटर लंबे समय तक चलने से उसकी बाहरी सतह गर्म हो जाती है। जिससे अचानक से हाथ जलने का खतरा हो सकता है। बच्चों और बुजुर्गों को ये जलन काफी परेशान कर सकती है। इसके अलावा, अपने लेंस या चश्मे को हीटर के पास रखने से बचें क्योंकि इससे उनकी आणविक संरचना में बदलाव आ सकता और जब बाद में उनका उपयोग करते हैं तो उससे कॉर्नियल टिशू जल सकते या क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

रूम हीटर प्रयोग करते समय बरतें सावधानी-
थोड़ी-थोड़ी देर में गर्म पेय पदार्थ जैसे चाय, कॉफी या सूप लेते रहें। इससे गले में नमी बरकरार रहेगी। कम देर के लिए रूम हीटर को जलाएं। रूम गर्म होने पर खिड़की दरवाजों को खोल दें। सावधान रहें और अपना चेकअप लगातार करवाते रहें।

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