मोदी सरकार ने दमन के मामले में ब्रिटिश राज को भी छोड़ा पीछे- आइसा
पटना में आंदोलन कर रहे छात्रों पर बर्बर दमन के खिलाफ निकला विशाल मार्च।
रेलवे NTPC रिजल्ट को रिसडयूल करो- आइसा
दरभंगा बीते रात पटना में रेलवे NTPC रिजल्ट मे हुए व्यापक धांधली के खिलाफ राजेन्द्र नगर स्टेशन पर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हजारों छात्रों पर बर्बर पुलिसिया दमन ,गिरफ्तारियां व फर्जी मुकदमे लादने, रेलवे NTPC रिजल्ट धांधली के खिलाफ आइसा दरभंगा के द्वारा LCS कॉलेज गेट पर एक प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया। सभा की अद्यक्षता रेलवे अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार, रौशन कुमार, आइसा नेता चंदन आजाद ने संयुक्त रूप से किया। प्रतिवाद सभा मे छात्र लाठी गोली की सरकार नही चलेगी , रेलवे NTPC रिजल्ट में सुधार करना होगा, परीक्षा पटर्न में बदलाव नही सहेंगे , मोदी सरकार शर्म करो, गिरफ्तार छात्रों को रिहा करो,फर्जी मुकदमे वापस लो जैसे गगनचुंबी लगाया गया। प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए आइसा के जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, जिला सचिव मयंक कुमार यादव ने कहा कि रेलवे NTPC रिजल्ट में हुए धांधली के खिलाफ पूर्व घोषित विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत हजारों अभ्यर्थियों ने राजधानी पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल को दस घंटे तक एकदम शान्तिपूर्वक जाम रखा छात्र रेलवे बोर्ड के अधिकारियों से बात करना चाहते थे , लेकिन छात्रों की बात नही सुनी गई जिस वजह से छात्र सुबह से रात तक रेलवे लाइन पर ही धरने पर बैठे रहे फिर रात 9 बजे के बाद आरपीएफ और बिहार पुलिस ने मिकलर छात्रों के शांतिपूर्ण धरने पर बर्बरतापूर्वक कहर बरसाया निहत्ते छात्रों पर बड़ी बेहरहमी से ताबड़तोड़ लाठीयां और आँसू गैस के गोले दागे गए जिसमे सैकड़ो छात्र गम्भीर रूप से घायल हुए है। उन्होंने कहा मोदी सरकार ने अपने ही छात्रों से जंग छेड़ रखा है। दमन करने में मामले में मोदी सरकार ने ब्रिटिश राज को भी पीछे छोड़ दिया है लेकिन छात्र भी अब चुप नही बैठने वाले अब इस तानाशाही सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी।
इस मौके पर रेलवे अभ्यर्थी मिथिलेश , रौशन ने कहा कि एक बहाली को चार वर्षों तक लटका कर रखना ,बीच- बीच मे सिलेबस बदल देना नई बहालियों का नहीं आना।यह सब इशारा कर रहा है की भारत सरकार अपने सभी सरकारी संस्थानों को एक – एक कर धड़ल्ले से बेच बेच देने की योजना बना रही है । सरकार का लक्ष्य है कि सभी संस्थानों को निजी हाथों में सौप दिया जाए। जब संस्थान निजी हाथ मे सौंप दिए जाएंगे तब ना ये संस्थान बचेंगे और ना ही बचेगी नौकरियां। इसलिए देश का छात्र-नौजवान रेल और उसमें अपनी नौकरी बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है, छात्र पुलिस की खोखली लाठी-गोली से डरने वाला नही है सरकार ने अगर हमारी मांगे पूरी नही की तो आने वाले वक्त में छात्र पूरे देश मे किसान आंदोलन से प्रेरणा लेते हुए पूरे देश की रेलवे लाइन ठप कर अनिश्चितकालीन आंदोलन शरू करेगा ।
वही आइसा राजू कर्ण, चंदन आजाद ने गिरफ्तार किया गए चार छात्रों को रिहा करने एवं 500 छात्रों पर लादे गए झूठे मुकदमे वापस लेने, दो चरण में परीक्षा लिए जाने के फैसले को वापस लेने,15 जनवरी 2022 को प्रकाशित हुए रिजल्ट कट ऑफ जारी कर सुधार किया जाए एवं नोटिफिकेशन के अनुसार सीट का 20गुना रिजल्ट प्रकाशित किया जाए, साथ ही रेलवे अपने बहालीयो का कैलण्डर जारी करने की मांग की।
इस मौके पर रौशन कुमार, हरेराम कुमार, लक्ष्मी कुमार, लक्ष्मण कुमार, नीतीश कुमार, विमल कुमार, राम प्रकाश कुमार, उमाशंकर राय सहित दर्जनों लोग शामिल थे।