पीजी एडमिशन लिस्ट पर एमएसयू ने उठाया सवाल कहा मेघावी छात्रों के साथ हुआ हैं अन्याय —
कहा नामांकन प्रक्रिया पर रोक लगाये नहीं तो छात्रों का नामांकन सुनिश्चित करें विश्वविद्यालय
मिथिला स्टूडेंट यूनियन के छात्र नेता व वर्तमान राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना ने पीजी नामांकन लिस्ट पर सवाल उठाया हैं कहा विश्वविद्यालय के पदाधिकारी बिना सोचे समझें कुछ भी निर्णय कर लेते हैं जिससे मेघावी छात्रों से उसका अधिकार तक छीन लिया जाता हैं और छात्रों को नामांकन से वंचित कर दिया जाता हैं इस बाबत राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना एमएसयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष आदित्य मिश्रा विश्वविद्यालय संगठन मंत्री दिवाकर मिश्रा ने कहा विश्वविद्यालय के द्वारा पीजी सत्र 21-23 में नामांकन के लिए मेरिट लिस्ट निकाला गया हैं जिसमे ज्यादा नंबर होने के बाबजूद छात्रों का लिस्ट में नाम नहीं दिया गया और कम नंबर वाले छात्रों का नाम लिस्ट में प्रकाशित कर दिया गया हैं एमएसयू के छात्र नेताओं ने कहा यह जानकार आश्चर्य होगा की किस नियम पर विश्वविद्यालय ने यह रोस्टर जारी किया हैं कहा किसी छात्र को यदि 75 प्रतिशत नंबर हैं और किसी छात्र का 65 प्रतिशत नंबर हैं अगर 75 प्रतिशत वाले छात्र कॉलेज चयन में दूसरे नंबर पर वैसे कॉलेज का नाम देते हैं जिसमे 65 प्रतिशत वाले छात्र ने पहले नंबर पर कॉलेज का नाम दिया हैं तो 75 प्रतिशत वाले का किसी कॉलेज में नाम नहीं आता हैं जबकि 65 प्रतिशत वाले का नाम कॉलेज के नामांकन चयन सूची में आ जाता हैं ऐसे में मेघावी छात्रों को कॉलेज तक नहीं मिल पा रहा हैं और कम नंबर वाले छात्रों का कॉलेज में नामांकन हो रहा हैं विश्वविद्यालय में कुछ भी सही नहीं हैं फ़रवरी में नामंकन प्रक्रिया पूरा हो जाना था लेकिन डाटा सेंटर की लापरवाही इसे अप्रैल महीने तक ले आया हैं और एक ऐसा लिस्ट जारी किया गया जो छात्र हित को देखते हुए सही नहीं लगता हैं हमारी मांग हैं की तत्काल नामांकन प्रक्रिया पर रोक लगाया जाए अन्यथा ऐसे छात्रों का नामांकन कॉलेज में सुनिश्चित करवाये जिनका पहले सूची के आधार पर ज्यादा नंबर होने के बाबजूद नाम हटा दिया गया इसका साफ मतलब हैं की नामांकन समिति में बैठे शिक्षक बिना किसी सोचे समझें निर्णय कर लेते हैं और जिस दिन लिस्ट जारी किया जाता हैं उसी दिन नामांकन भी शुरू कर दिया जाता हैं इससे छात्रों में काफी गुस्सा हैं की ज्यादा नंबर और सामान केटेगरी होने के बाबजूद कम नंबर वाले का नामांकन होगा रहा हैं अगर नियम यही था तो विश्वविद्यालय को इसकी सुचना पूर्व में ही जारी करना चाहिए था ताकि छात्र अपने हिसाब से कॉलेज का चयन कर सके लेकिन बिना सुचना अजीबो गरीब नियम लागू कर दिया गया हैं जिससे विश्वविद्यालय के कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा होता हैं छात्रों का चयन नंबर आधार पर ही करना चाहिए नाकि कॉलेज चयन सूची के आधार पर इससे मेघावी छात्र नामांकन से वंचित रह जायेंगे इस पर तत्काल रोक लगानी चाहिए एमएसयू छात्र नेताओं ने कहा अगर छात्रों के साथ न्याय नहीं हुआ तो मिथिला स्टूडेंट यूनियन इसके लिए जोरदार आंदोलन को तैयार रहेगा इस बाबत ज्ञापन छात्र कल्याण अध्यक्ष विजय कुमार यादव को सौंपा जा चूका हैं मांग पूरा नहीं होने पर आंदोलन भी किया जाएगा.
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