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पंचायत स्तर पर बनाए जा रहे गोल्डन कार्ड, -346 कार्यपालक सहायक पंचायतों में कैंप लगाकर बना रहे गोल्डन कार्ड,

पंचायत स्तर पर बनाए जा रहे गोल्डन कार्ड,

-346 कार्यपालक सहायक पंचायतों में कैंप लगाकर बना रहे गोल्डन कार्ड,

-जिले में 5 से 20 जुलाई तक आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन

समस्तीपुर । जिले के सभी पंचायतों में कैंप लगाकर 5 से 20 जुलाई तक आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। सभी पंचायतों में कार्यपालक सहायक से शिविर लगाकर पंचायत स्तर पर लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बनाने का सघन अभियान चलाया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने बताया केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। जिसे शत-प्रतिशत सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। खासकर पंचायती राज के प्रतिनिधियों की अहम भूमिका है। प्रस्तावित पखवाड़ा में अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रु. प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में उपलब्ध करायी जाती है।।

26,94,227 लाभार्थियों का बनना है गोल्डन कार्ड:

जिले में कुल लक्षित परिवार 26,94,227 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बनाने के लिए लक्षित किया गया है जिसमें 3,35,114 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध करा दिया गया है।

योजना के तहत 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा:

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पात्र लाभार्थियों को वर्ष में 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने के लिए किया जाता है। योजना के सम्पूर्ण क्रियान्वयन के लिए आवश्यक है कि सभी पात्र लाभार्थियों को योजना से सम्बंधित गोल्डन कार्ड बना कर उपलब्ध करायी जाये। जिले में निर्गत गोल्डन कार्ड का प्रतिशत कम है। अतः पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान पखवाड़ा के तहत 5 से 20 जुलाई तक विशेष शिविर आयोजित कर गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा ।

क्या है आयुष्मान भारत योजना:

आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कंचनमाला ने बताया आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से केंद्र सरकार गरीब, उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना चाहती है।आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी कहा जाता है। यह योजना देश के गरीब लोगों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है। . प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देना है.।

किसे मिलता है योजना का लाभ:
कार्यक्रम समन्वयक कंचनमाला ने बताया, 2011 में सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना हुआ था जिसमें पात्रता के आधार पर लाभार्थी की सूची भारत सरकार के द्वारा ही तैयार की गई है। .यह सुरक्षा योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है। . आयुष्मान भारत योजना के जो लोग लाभार्थी हैं वह सीएससी सेंटर पर जाकर कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। कार्ड की पात्रता के लिए नए परिवार का नाम नहीं जुड़ सकता है, परंतु जिस परिवार का नाम सूची में है और उनके यहां उनके परिवार के नए सदस्य का नाम जोड़ा जा सकता है। -जैसे शादी होने के बाद पत्नी व बच्चे का नाम जोड़ा जा सकता है।

जिले में 16 अस्पताल हैं सूचीबद्ध:

जनप्रतिनिधि और स्वास्थ कार्यकर्ता भी करेंगे सहयोग:

सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र जारी कर कहा है कि गोल्डन कार्ड बनवाने से एक भी लोग वंचित नहीं रहें । इसके लिए पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि मुखिया, वार्ड सदस्य समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी सहयोग करें। साथ ही कार्ड बनाने को लेकर जागरूक करें। स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी और कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करेंगी एवं कार्ड बनने के बाद इलाज में होने वाले सरकारी मदद की भी जानकारी देंगी ।

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